Mukhtar Ansari Assets: मुख्तार अंसारी 1200 करोड़ की संपत्ति, माफिया के काले कारोबार पर कितनी हुई कार्रवाई, पढ़ें डीटेल
Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी का निधन गुरुवार की देर रात बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुआ था. उन्हें बांदा जेल में हार्ट अटैक होने के बाद भर्ती किया गया था.
Mukhtar Ansari Property: मुख्तार अंसारी का नाम कौन नहीं सुना होगा. बात करें पूर्वांचल की तो वहां हर कोई उनका नाम सुना होगा. गाजीपुर में जन्मे मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान से है. मुख्तार के दादा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष और स्वतंत्रता सेनानी थे. मु्ख्तार अंसारी पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज है. मुख्तार अपना गैंग जेल से ही चलाया करता था.
मुख्तार अंसारी के दो भाई हैं. जिनमें अफजाल अंसारी वर्तमान में गाजीपुर से सांसद है. वहीं मुख्तार ने खुद पांच पर विधायक रहा है. वहीं उसने तीन बार तो जेल में ही रहकर चुनाव जीता था. 2022 का विधानसभा चुनाव उसने नहीं लड़ा. बल्कि उसने अपने बड़े बेटे अब्बास अंसारी को इस सीट से लड़वाया और वहां से उसने जीत हासिल की. वहीं अब्बास अंसारी भी इस वक्त जेल में बंद है. वहीं मुख्तार की पत्नी फरारा चल रही है. दोनों के ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं.
कितनी संपत्ति जब्त हो चुकी है मुख्तार की संपत्ति
मुख्तार अंसारी गैंग की सदस्यों पर अब तक 155 एफआईआर दर्ज किए गए है. मुख्तार की अब तक कुल 586 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है और 2100 से अधिक के अवैध कारोबार को बंद किया जा चुका है. हालांकि योगी आदित्यनाथ की सरकार के दौरान मुख्तार अंसारी के वर्चस्व पर जबरदस्त कार्रवाई हुई है. बीते सालों के दौरान उनकी करीब 605 करोड़ की संपत्ति जप्त हो गई है.
एक वक्त में पूरे पूर्वांचल में माफिया मुख्तार की तूती बोलती थी. लेकिन बीते 18 महीनों में उसे 8 मामलों में सजा हुई थी. जबकि उसके 292 सहयोगियों को के खिलाफ 160 मुकदमें दर्ज किए गए थे. जबकि कुछ मीडिया रिपोर्टस की मानें तो उसके 186 सहयोगियों को योगी सरकार के दौरान जेल भेजा जा चुका है. यानी कुल जोड़ा जाए तो माफिया के करीब 604 करोड़ के काले कारोबार को धवस्त किया जा चुका है.
माफिया के साम्राज्य को खत्म होने के लिए अब तक कुल 317 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है. यह कार्रवाई धारा 14(1) के तहत की गई है. इसके अलावा 287 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति धवस्त और कब्जामुक्त की गई है.