मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चित्रकूट जेल हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई की गई है. जेलर और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है. चित्रकूट जेल में आज ही गैंगवार में तीन अपराधी मारे गए थे.
जिले की रगौली जेल में शुक्रवार को आपसी विवाद में एक बंदी ने दो अन्य कैदियों की गोली मारकर हत्या कर दी. बाद में जेल सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ में उसे भी मार गिराया. जेल अधिकारी ने बताया था कि दोनों गिरोहों के बीच हो रहे झगड़े का बीच-बचाव करने गए एक सुरक्षाकर्मी का सर्विस रिवाल्वर छीनकर बंदी दीक्षित ने अन्य दो कैदियों पर गोली चलाई जिसमें उनकी मौत हो गई.
पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट परिक्षेत्र के. सत्यनारायण ने कहा कि बंदी के पास जेल में हथियार कहां से आया, इस मामले की जांच की जा रही है. पुलिस के अनुसार, चित्रकूट की जिला जेल में शुक्रवार को दो गिरोहों के बीच लड़ाई में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने दूसरे गिरोह के बदमाशों मुकीम काला और मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के दौरान जेल के सुरक्षा कर्मियों के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ में दीक्षित भी मारा गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के लिए टीम गठित की और कारागार महानिदेशक से तत्काल रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे. सरकारी प्रवक्ता ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने चित्रकूट जेल में आज हुई घटना का संज्ञान लेते हुए अगले छह घंटे में आयुक्त चित्रकूट डीके सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट परिक्षेत्र के. सत्यनारायण, उप महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय संजीव त्रिपाठी की संयुक्त टीम को आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.’’