UP Politics: पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्यों की बिना जूते वाली फोटो को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सीएम योगी (Yogi Adityanath) पर भेदभाव का आरोप लगाया तो अब इस पर योगी के मंत्री जयवीर सिंह (Jaiveer Singh) ने पलटवार किया है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 'मुख्यमंत्री आवास पर किसी के जूते नहीं उतरवाए जाते. कुछ लोग श्रद्धा भाव से खुद उतारते क्योंकि मुख्यमंत्री एक पीठाधीश्वर भी हैं. उनके सम्मान में लोग अपने जूते उतार देते हैं, तो उनका श्रद्धा का भाव एक महात्मा के प्रति, सनातन संस्कृति के प्रति उनकी सद्भावना है." 

 

कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि सीएम योगी के आवास पर किसी के जबरन जूते नहीं उतरवाए जाते ना ही कोई परंपरा है. अगर किसी की कहीं निष्ठा है सनातन धर्म के प्रति और पीठाधीश्वर के प्रति तो उसमें किसी को क्या आपत्ति है. अखिलेश यादव की निगाह सिर्फ जूतों पर ही जाया करती है क्या?

 

अखिलेश यादव को दिया जवाब

जयवीर सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव उन चीजों को देखें जो सीएम योगी ने प्रदेश के विकास, तरक्की, निवेश के जो प्रयास हुए, जो कानून का शासन हुआ, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा, प्रदेश में जो निवेश का वातावरण बनाया, प्रदेश आज दंगा ग्रस्त बीमारू प्रदेश से उभरकर विकास की ओर अग्रसर हो रहा है. यूपी अब हिंदुस्तान के ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहा है. इसके लिए उन्हें सरकार को बधाई देनी चाहिए और इन छोटी चीजों से हटकर प्रदेश की छवि को और बेहतर बनाने में, आगे ले जाने में सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए. 

 

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव झांक कर देखें कि उन्होंने दलितों का कितना भला किया है. शायद मायावती का मीराबाई गेस्ट हाउस का जो प्रकरण है वो भूल गए हैं. वह भी समाजवादी पार्टी का ही कृत्य था. वो भूल गए हैं कि उनके समय दलितों का कितना विकास हुआ. विकास हुआ सिर्फ परिवार का, उनको अपने कार्यकाल पर थोड़ी सी नजर डालनी चाहिए. 

 

अयोध्या में होंगे विकास कार्यों को मंजूरी

कैबिनेट बैठक के बारे में बताते हुए जयवीर सिंह ने कहा कि बैठक में पर्यटन और संस्कृति से जुड़ा भी प्रस्ताव आया. उत्तर प्रदेश की धरती पर सबसे बड़ा काम आगामी जनवरी में होगा जब भव्य राम मंदिर को समर्पित किया जाएगा. पूरे देश और विश्व के श्रद्धालुओं की निगाहें, सनातन धर्म को मानने वालों की निगाहें अयोध्या पर टिकी है. आज भी गुणात्मक रूप से श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. जनवरी में मंदिर के लोकार्पण की संभावना है इसके बाद वहां बहुत बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आएंगे.

 

सरकार का निश्चय है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को हम जन सुविधाएं मुहैया कराने का काम करें. इसी कड़ी में 84 कोसी, 14 कोसी, पंच कोसी परिक्रमा को फोरलेन में डिवेलप करने का काम होगा. इसके लिए 465 करोड़ खर्च होगा. विशेष प्रकार की सुविधाएं देंगे, शौचालय ठहरने के लिए कॉरिडोर, पार्किंग की व्यवस्था, पूरे अयोध्या में जहां जहां से एंट्री होगी जगह जगह गेट बनाने का काम, पेट्रोल पंप, सीएनजी की व्यवस्था, रेस्टोरेंट की व्यवस्था. सारी जन सुविधाएं के लिए हम व्यवस्था किए हैं इससे जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है.