Meerut Kidnapping: मेरठ में जल निगम के जेई की बेटी का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया. बदमाश घर के बाहर से ही गाड़ी में अपहरण करके ले गए. पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी और अधिकारियों के फोन घनघना उठे. आसपास के इलाके में गाड़ियों की चैकिंग भी की गई, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा. डेढ़ घंटे बाद बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया. बताया जा रहा है परिजनों को बदमाशों ने फिरौती के लिए फोन भी किया था.


मामला मेरठ के नौचंदी थाना इलाके के शास्त्रीनगर का है. यहां रहने वाले महबूब जल निगम में जेई हैं. उनकी 6 साल की बेटी मायशा मेरठ के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ती है. स्कूल से छुट्टी होने के बाद बच्ची घर पहुंच जाती है, लेकिन तभी कार सवार बदमाश बच्ची का घर के बाहर से ही अपहरण करके ले जाते हैं. बच्ची को इधर-उधर ढूंढा जाता है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाता है. परिजन रोने लगते हैं और तुरंत ही पुलिस को भी सूचना दे दी जाती है. पुलिस पूछताछ में जुट जाती है, लेकिन बच्ची कहीं नहीं मिल पाती है.


सीसीटीवी में बच्ची को ले जाते हुए कैद हुए बदमाश
मेरठ में दिनदहाड़े बच्ची के अपहरण की सूचना से अफरा-तफरी मच जाती है. पुलिस जैसे ही सीसीटीवी खंगालती है तो पता चला जाता है कि बच्ची का अपहरण हो गया है. बच्ची को ले जाते हुए बदमाश सीसीटीवी में कैद हो जाते हैं. पुलिस इलाके की घेराबंदी कर देती है और चारों तरफ वायरलैस सेट से सूचना भी फ्लैश हो जाती है. पुलिस चैकिंग अभियान भी चलाती है और फिर गाड़ी के नंबर को ट्रेस करने का प्रयास किया जाता है. घंटों पुलिस मशक्कत करती रहती है, लेकिन बच्ची का सुराग नहीं लगता है. पुलिस परिजनों से किसी रंजिश या किसी विवाद पर बात करती है तो उसके बारे में भी सही जानकारी नहीं लग पाती है.


बच्ची के अपहरण के बाद परिजनों का आरोप है कि उनके पास फिरौती के लिए फोन आया था. परिजनों से बदमाशों ने कहा था कि पैसों का इंतजाम कर लो, नहीं तो कुछ भी हो सकता है. इससे परिजन घबरा गए और उन्हें डर सताने लगा कि कहीं उनकी बच्ची के साथ कुछ गलत न हो जाए. बच्ची के पिता महबूब ने बताया कि उनसे पैसे का इंतजाम करने को जब कहा गया तो उनके पैरों के नीचे से जमीन निकल गई थी. पुलिस को वो नंबर भी दे दिया गया है जिससे फोन आया था.


बच्ची को छोड़ भागे बदमाश, पुलिस ने ली राहत की सांस
मेरठ में बच्ची के अपहरण की सूचना पर पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी की तो बदमाशों ने खुद को घिरा देखकर बच्ची को छोड़ दिया. करीब डेढ़ घंटे बाद बच्ची को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस बच्ची को घर ले आई तो बच्ची के परिजन उसके गले लिपटकर रो पड़े. अब पुलिस बच्ची से पूछताछ कर रही है कि आखिर बदमाशों का हुलिया कैसा था, क्या बात कर रहे थे, क्या-क्या पूछ रहे थे. 


एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है. इस अपहरण के पीछे क्या वजह थी और कौन लोग हैं पुलिस इसकी जांच कर रही है और जल्द ही इस पूरे मामले का राजफाश कर दिया जाएगा. पुलिस दूसरे एंगल पर भी काम कर रही है.