Jalaun News: गौशाला में गायों की मौत के बाद डीएम की अनोखी पहल, प्रत्येक गौशाला में लगाई जाएगी नेपियर घास
जालौन डीएम चांदनी सिंह ने घास के आभाव में हो रही मौत के बाद नेपियर घास लगाने की शुरुआत की है. बुंदेलखंड में गोवंशों के लिए चारे की कमी को देखते हुए डीएम ने यह पहल की है.
UP News: यूपी में गोशालाओं में हुई गायों की मौतों की खबरों के बाद गायों की भूख मिटाने के लिए डीएम जालौन चांदनी सिंह (DM Chandni Singh) ने एक अनोखी पहल शुरू की है. गोवंशों के संरक्षण और उनको हरे चारे के लिए जनपद जालौन (Jalaun) की प्रत्येक गौशाला में नेपियर घास लगाने की शुरुआत की गयी है. जिससे गोशाला में किसी भी गोवंश को हरे चारे की कमी न रहे. साथ ही डीएम चांदनी सिंह ने गोशाला में खुद पौध रोपण भी किया है.
प्रतेक गौशाला में लगाई जाएगी घास
सरकार ने जनपद में गौशालाओं का निर्माण कराया था. जिससे गोवंशो का संरक्षण किया जा सके. मगर सूखे बुंदेलखंड में गोवंशों के लिए चारे की कमी हो जाती थी. उसके अभाव में गोवंश की मौत की खबरें सामने आई थी. जिसे देखते हुए जालौन की जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने गोवंशों के संरक्षण और उनके लिए चारे की व्यवस्था के लिए नेपियर घास लगाने की शुरुआत की है. आज डीएम चांदनी सिंह ने जालौन के महेवा विकासखंड के ग्राम चमारी में एक हेक्टेयर भूमि में नेपियर घास लगाने की शुरुआत की है. इसकी शुरुआत होने के साथ ही जनपद की प्रत्येक गौशाला में यह घास लगाई जाएगी. जिससे किसी भी गोशाला में चारे की कमी न रह सके.
क्या कहा डीएम ने
डीएम जालौन चांदनी सिंह ने कहा कि नेपियर घास तेजी से बढ़ती है. यह 12 माह उपलब्ध रहती है. जिससे गौशाला में गोवंश के लिए चारे की सही व्यवस्था रहेगी. किसी भी गोवंश की चारे के अभाव में मौत नहीं हो सकेगी. हरी घास जानवरों के लिए फायदेमंद होती है और यह आसानी से लग जाती है. इस घास के लगने से गौशाला में चारे की कमी नहीं रहेगी. जिससे गो संरक्षण में मदद भी मिलेगी. नेपियर घास लगाने के साथ ही जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने गौशाला में पौधारोपण भी किया.