जालौन: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है. इसी क्रम में शासन से मिले निर्देश पर जालौन जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने पहल की है. डीएम ने जिले के ब्लॉक व तहसील स्तरीय अधिकारियों के दो-दो विद्यालय गोद लेने के निर्देश दिए हैं. डीएम के इस निर्देश पर जालौन जिले के अधिकारियों ने काम करना भी शुरू कर दिया है.


अधिकारियों लेंगे दो-दो विद्यालय गोद 


बता दें कि, जालौन की जिलाधिकारी ने ''मेरा विद्यालय प्रेरक विद्यालय'' कार्यक्रम की शुरुआत की है. इसके तहत जिला, ब्लॉक व तहसील स्तर के अधिकारियों को दो दो विद्यालय गोद दिए गए हैं. अधिकारियों को जिन विद्यालयों का जिम्मा मिला है. वह उनका कायाकल्प कर शिक्षा के स्तर को सुधारने का प्रयास करेंगे. जनपद जालौन में अब तक 66 विद्यलाय को अधिकारियों द्वारा गोद लिया जा चुका है. इसके अलावा अन्य विद्यालयों में अधिकारियों को उन्हें गोद दिए जाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.


शिक्षा के स्तर में होगा सुधार


जालौन के मुख्यालय उरई स्थित राजेन्द्र नगर व उमरारखेड़ा स्थित प्राथिमक विद्यालय एवं तुफ़ैलपुरवा व रामनगर प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों का कहना है कि विद्यालय को गोद लेने के बाद अब यह विद्यालय अधिकारियों की देखरेख में संचालित किए जा रहे हैं. उनका उद्देश्य है कि, विद्यालय में छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले जिससे कि, उनका विद्यालय जिले में मॉडल विद्यालय बने. इसके अलावा जिले के अन्य अधिकारियों को भी विद्यालय की जिम्मेदारी दी गई है.


पूरे जिले के विद्यालय लिए जाएंगे गोद


वहीं, मेरा विद्यालय प्रेरक विद्यालय कार्यक्रम को लेकर डीएम प्रियंका निरंजन का कहना है कि शासन द्वारा इस योजना का पहले से ही संचालन किया जा रहा था. जिसमे कुछ अधिकारी ही विद्यालय को गोद लेते थे. उनके द्वारा इस कार्यक्रम में जिले के अन्य अधिकारियों को शामिल कर पूरे जनपद के विद्यालयों को गोद लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य है कि छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके.


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