Jaunpur News: लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक पंजीकृत ठेकेदार को बंधक बनाने, मारपीट करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक व नौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह के मुताबिक जिले के मल्हनी विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक लकी यादव के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है.


उन्होंने बताया कि शहर कोतवाल सतीश सिंह को ठेकेदार हितेश कुमार सिंह की ओर दी गई शिकायत के अनुसार वह लोक निर्माण विभाग में पंजीकृत ठेकेदार है और 23 अप्रैल को रात्रि समय करीब 10.30 बजे अवस्थपना निधि के तहत जेसीज चौराहे से ओलन्दगंज सड़क चौड़ीकरण एंव नाली निर्माण का कार्य चल रहा है.


काम बंद कराने लगे लकी यादव
शिकायत के अनुसार हितेश तथा अवर अभियन्ता दिनेश कुमार भास्कर अपनी टीम के साथ वर्तमान विधायक लकी यादव घर के सामने विपरीत पटरी पर नाप जोख का कार्य कर रहे थे. उसी दौरान विधायक लकी यादव अपने आठ दस समर्थकों के साथ गाली गलौज करते हुए कार्य बन्द कराने लगे.


शिकायत में ठेकेदार ने कहा है, ‘‘हम लोगों ने कार्य बन्द करने से मना किया तो वह अवर अभियन्ता दिनेश कुमार भास्कर एंव स्वयं हितेश तथा उसके चाचा चन्द प्रकाश सिंह को मारने पीटने लगे.’’


ठेकेदार को बना लिया बंधक
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विधायक अवर अभियन्ता दिनेश कुमार भास्कर, ठेकेदार हितेश तथा स्वदेश दीपक को पकड़कर अपने घर में बैठा दिया तथा बन्धक बना लिया.


शिकायत के अनुसार इस बीच कार्य कर रही टीम से किसी ने पुलिस को सुचना दी तो विधायक और उनके समर्थक इन लोगों को जान से मारने कि धमकी देने लगे. ठेकेदार ने अपनी शिकायत में कहा कि पुलिस के आने पर वे लोग किसी तरह वहां से निकल पाये.


पुलिस के अनुसार आरोप है कि विधायक लकी यादव व उनके समर्थकों द्वारा ठेकेदार और जेई को मारा पीटा गया है तथा सरकारी कार्य में बाधा पहुचायी गई है तथा दुबारा काम शुरु करने पर जान से मारने की धमकी दी गई है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने लकी यादव समेत 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.


सुरक्षाकर्मियों ने दौड़ा कर 3 लोगों को पकड़ लिया
उधर विधायक लकी यादव का कहना है कि देर रात ठेकेदार जेई व दो अन्य उनके घर के सामने खड़े थे और उनके अंडरग्राउंड पार्किंग एरिया में घुसने का प्रयास कर रहे थे. विधायक के अनुसार यह वाकया जब सीसीटीवर कैमरे में देखा तो नीचे सो रहे सुरक्षाकर्मियों को बताया तब वो बाहर निकले तो ये सभी भागने लगे इस पर सुरक्षाकर्मियों ने दौड़ा कर 3 लोगों को पकड़ लिया जबकि एक भाग गया.


उन्होंने बताया, ‘‘मैंने जब इन लोगों से बात की तो ये संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके. इस बात की जानकारी मोबाइल से पुलिस अधीक्षक को दी. उनके द्वारा भेजी गई पुलिस बल ने मेरा पक्ष सुने बिना मेरे आवास में घुसकर मेरे साथ और घर परिवार की महिलाओं से मारपीट और बदसलूकी भी की. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला गया है. उल्टे मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है.’’


इस बीच मछलीशहर की विधायक रागिनी सोनकर के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अवध नाथ पाल सहित कई पूर्व विधायक और सपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा से मिलकर इस मामले की जांच करवाने और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की.