जौनपुर. मुंबई के समुद्र में ताउते तूफान से डूबे बार्ज पी-305 जहाज में जौनपुर का संतोष भी था. जहाज के डूबने के बाद से ही संतोष लापता है. वो उसमें इलेक्ट्रिशियन का काम करता था. संतोष की कोई खबर न मिलने से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है. पत्नी तो उसे ढूंढने मुंबई चली गई. घर में मौजूद माता-पिता के आंसू नहीं रुक रहे हैं.
35 वर्षीय संतोष यादव महाराजगंज थाना इलाके के मितावा गांव का रहने वाला है. संतोष यादव बार्ज पी 305 पर इलेक्ट्रिशियन के पद पर तैनात था. जब ताउते तूफान का एलर्ट जारी हुआ तो जहाज पानी में ही था. हादसे वाले दिन संतोष ने घर फोन कर बताया कि अचानक से समुद्र में तूफान आया है. फोन पर उसकी बात सुन परिवार के लोग सहम गए.
17 मई को परिजनों को पता चला कि जहाज डूब गया है. घटना की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया. हादसे में संतोष का कोई पता नहीं चल रहा था. उसकी तलाश में बदहवास पत्नी अपने भाई के साथ रविवार को मुंबई चली गई. वहां पता चला कि जेजे हॉस्पिटल में जज के सदस्यों का इलाज चल रहा है. संतोष की पत्नी अस्पताल पहुंच कर उसकी तलाश में जुटी रही.
गांव में पसरा मातम
संतोष के लापता होने की खबर गांव में फैली तो वहां भी मातम पसर गया. गांव के लोग सांत्वना देने के लिए संतोष के घर पहुंचने लगे. सभी को उम्मीद है कि जल्दी संतोष सकुशल मिल जाएगा. संतोष दो भाइयों में बड़ा और इकलौता कमाऊ है. दूसरा भाई रिंकू अलग रहता है.। संतोष ही परिवार का पालन पोषण करता है.
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