UP News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (Jawaharlal Nehru Medical College) की जूनियर महिला डॉक्टरों ने शनिवार को वाइस चांसलर आवास का घेराव किया. महिला डॉक्टरों का कहना था कि उनके हॉल और मेडिकल कॉलेज के बीच में एक दीवार है, वहां पर एक गेट खुलवाया जाए. इस वजह से उनको दो किलोमीटर की सड़क घूम कर आना पड़ता है और वहां पर काफी अंधेरा है. जहां कई घटनाएं हो चुकी हैं. कई बार उस गेट को खोलने की मांग की गई है, लेकिन अभी तक वहां गेट को नहीं खोला गया है. हार कर शनिवार को वाइस चांसलर आवास का घेराव किया है.
क्या बोले जूनिर महिला डॉक्टर?
जूनियर महिला डॉक्टरों का कहना था कि वीसी लॉज पर हम अपने डिमांड को देने आए हैं, हमें अपनी बात पूरी रखवानी है. हमें 15 दिन से ज्यादा हो गया, इन्होंने कहा था कि हम काम करेंगे. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. इस बीच जो वहां पर गर्ल्स स्टूडेंट है वो रात में जाती हैं और हमारी नाईट ड्यूटी लगती हैं. जो वहां पर मेन एंट्रेंस है, जब हम उसकी डिमांड करते हैं कि वहां पर गेट खुलवाया जाए. क्योंकि मेन एंट्रेंस घूम कर के 2 किलोमीटर है.
वहां पर चैन स्नैचिंग और लड़कियों को हरेश भी किया जाता है. वहां 20 से ज्यादा घटना है जो सामने आई है. हमारी डिमांड है कि वह गेट के लिए हमें लिखकर दें. हम इसलिए वीसी लॉज आये हैं और वीसी से बात करनी है. 2 घंटे से हम लोग खड़े हुए हैं लेकिन कोई नहीं आया. हम लोग अपनी क्लास छोड़ कर आए है उन लोगों के लिए बड़ा इशू नहीं है.
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क्या बोले डिप्टी प्रॉक्टर?
मामले पर एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर सैयद नवाज जैदी ने बताया कि जो हॉल है जो मेडिकल कॉलोनी में बना हुआ था. 1500 बैड का स्पेशल इसको मेडिकल के लिए किया था. लिहाजा यह आज डिमांड लेकर आए हैं कि वहां पर इनको सिक्योरिटी इश्यूज रहते हैं. पैदल चलकर लंबा आना पड़ता है. वहां पर कुछ लोगों ने इनको परेशान किया है. उनकी डिमांड है कि पीछे से दरवाजा धौर्रा की तरफ से है वहां पर एक गेट लगाया जाए.
हालांकि इन को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह भी एक सिक्योरिटी इश्यू होगा. बात चल रही है, 2-3 घटनाएं सामने आई है वहां पर जिसको हमने पकड़ा दी है ,वह मानसिक केस निकला है. छेड़छाड़ या जो भी बात बताई है तीन मामले हमारे सामने आए हैं. अभी तक 3-4 आये है उसमें एक मामला मानसिक लड़का था वह निकल कर आया. बाकी हमने सिक्योरिटी बढ़ा दी है. बहुत सख्त इंतजाम कर दिए हैं हमें उम्मीद है दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी.
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