Noida News: जया किशोरी ने स्टूडेंट्स को दिया सफलता का मंत्र, 'कामयाबी के लिए जरूरी है...'
Noida News: नोएडा स्थित जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ने इंडिया एक्सपो मार्ट सेंटर में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में जया किशोरी मौजूद रहीं.
![Noida News: जया किशोरी ने स्टूडेंट्स को दिया सफलता का मंत्र, 'कामयाबी के लिए जरूरी है...' Jaya Kishori visit GNIOT Institute of Management Studie Noida encouraged students ann Noida News: जया किशोरी ने स्टूडेंट्स को दिया सफलता का मंत्र, 'कामयाबी के लिए जरूरी है...'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/28/b563af2226c5812d0097e653654ca6c51719580231585664_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Jaya Kishori Visit Noida: ग्रेटर नोएडा के कॉलेज के कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध प्रेरक एवं आध्यात्मिक वक्ता और जीवन कोच जया किशोरी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं. जया किशोरी एक भारतीय संगीतकार और आध्यात्मिक वक्ता हैं. कार्यक्रम में उपस्थित नवप्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जया किशोरी ने सर्वप्रथम जीवन में सफलता पाने के लिए धैर्य, स्थिरता और शांतिपूर्ण मानसिक स्थिति आवश्यक है, जैसे बातों पर जोर देते हुए उपस्थित समूह से इस बात पर अमल करने की अपील की.
जया किशोरी ने समस्त विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए संस्था के समस्त सदस्यों का इस तरह के भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद दिया. जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज ने इंडिया एक्सपो मार्ट सेंटर में पीजीडीएम कोर्स में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया.
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था के चेयरमैन डॉ राजेश कुमार गुप्ता, वाइस चेयरमैन गौरव गुप्ता, एसीपी पवन कुमार, एसीपी रामकिशन तिवारी, डीसीपी अशोक कुमार, संस्था के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह, संस्था के निदेशक भूपेंद्र सोम ने किया.
स्टूडेंट्स को दिए कामयाबी के मंत्र
वहीं विश्वविख्यात मोटिवेशनल स्पीकर सोनू ने विद्यार्थियों को सलाह देते हुए कहा कि आप सब अभी युवा हैं और आप सब युवाओं को अपने पसंद के क्षेत्र में कम उम्र से ही काम करना शुरू कर देना चाहिए. उन्होंने कहा अभी तक के अनुभव से हमने यही सीखा है कि किसी भी काम में तरक्की करने के लिए आपको लगभग पांच से सात साल लगाने पड़ते हैं. ऐसे में बेहतर यही है कि आप जितनी जल्दी हो सके शुरुआत करें.
कार्यक्रम में भारतीय सेना के अनुभवी, रक्षा विश्लेषक मेजर गौरव आर्य ने कहा कि भारतीय सेना की शिक्षाएं वास्तव में बहुत शक्तिशाली और कार्यात्मक प्रबंधन उपकरण हैं, लेकिन कॉर्पोरेट क्षेत्र में प्रासंगिक होने के लिए उनकी सटीक व्याख्या की आवश्यकता है
ये भी पढ़ें: पश्चिमी यूपी में BSP को सबसे बड़ा झटका, चौधरी विजेंद्र सिंह ने दिया इस्तीफा, मायावती को लेकर कही ये बात
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)