RLD on Haryana Election 2024: केंद्रीय राज्यमंत्री और आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव बीजेपी गठबंधन से अलग होकर लड़ रहें हैं. कई सीटों पर प्रत्याशियों ने नामांकन भी कर दिए हैं, लेकिन सभी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर जब बीजेपी से आरएलडी का गठबंधन है तो फिर बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने के बजाय आरएलडी अकेले क्यों जम्मू-कश्मीर की रणभूमि में उतरी है. क्या इसके पीछे की वजह है, इस बात का खुलासा रालोद के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा ने कर दिया है. उन्होंने बता दिया है कि जयंत की किससे बात हुई जो जम्मू-कश्मीर में अकेले चुनाव लड़ रहें हैं.


जम्मू-कश्मीर के किसानों में आरएलडी की जड़ें मजबूत


रालोद के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में किसानों के बीच आरएलडी की जड़े बेहद गहरी और मजबूत हैं. जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक शक्तियां मजबूत हों यही सोचकर हमने वहां चुनाव लड़ने का फैसला किया. जम्मू-कश्मीर में अलग चुनाव लड़ने के फैसले से बीजेपी के साथ गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हर राज्य की परिस्थितियां अलग होती हैं और जम्मू-कश्मीर की परिस्थितियां अलग हैं. वहां किसानों की अपनी परेशानियां और दिक्कतें हैं और किसानों की मजबूत आवाज बनने के लिए ही रालोद अपने दम पर जम्मू-कश्मीर चुनाव लड़ रही है.


बीजेपी से बात करके ही अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया


राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा से जब सवाल किया गया कि जब बीजेपी से गठबंधन है, जयंत चौधरी केन्द्र में राज्यमंत्री भी हैं फिर बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने के बजाय जम्मू कश्मीर में अलग चुनाव लड़ने का फैसला क्यों किया गया. उन्होंने कहा कि बीजेपी से डिस्कस करने के बाद ही तो जम्मू-कश्मीर में अकेले और अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. हमारे नेता जयंत चौधरी सुलझे हुए और पढ़े लिखे नेता हैं, उन्होंने जो ये फैसला लिया है ये सोच समझकर ही लिया है और इसमें दूर की रणनीति भी छिपी हुई है. हम बीजेपी के साथ ही तो हैं कहीं और थोड़े ही चले गए हैं.


हरियाणा में बीजेपी जयंत चौधरी के लिए बड़ा सोचे


हरियाणा विधानसभा चुनाव में रालोद कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, गठबंधन में चुनाव लड़ेंगी यहां भी अपने ही दम पर. इस पर राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि बीजेपी बड़ी पार्टी है. हरियाणा किसान बाहुल्य राज्य है और यहां किसानों के आंदोलन में जयंत चौधरी हमेशा शरीक होते रहें हैं और उनकी आवाज उठाते रहें हैं. चौधरी अजीत सिंह भी हर आंदोलन में किसानों की आवाज बनते रहे. हरियाणा में बीजेपी को जयंत चौधरी के लिए मैक्सिमम सीटों के लिए सोचना चाहिए. यूपी विधानसभा उपचुनाव पर मीरापुर सीट को लेकर कहा कि वहां एक लाख से ज्यादा मुस्लिम हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि ज्यादा संख्या में मुस्लिम हमें वोट देंगे और हम मीरापुर उपचुनाव जीतेंगे.


डॉ. मैराजुद्दीन के पार्टी छोड़ने पर भी दी प्रतिक्रिया


अभी कुछ दिन पहले आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव रहे और पूर्व मंत्री डॉ. मैराजुद्दीन के पार्टी छोड़ने पर जब राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा से सवाल किया गया तो बोले मुझे उनके जाने का अफसोस है. जब अच्छे लोग पार्टी छोड़ते हैं तो तकलीफ होती है. डॉ. मैराजुद्दीन और उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी बड़ी है. उनका अचानक से चले जाना थोड़ा परेशानी भरा कदम है. उन्होंने कहा हमारे नेता जयंत चौधरी बड़े दिल के नेता हैं और अब जिम्मेदारियां बड़ी हैं उनके पास, उन्हें सभी को देखना है.


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