UP Politics: एनडीए (NDA) खेमे में जाने की अटकलों के बीच रालोद प्रमुख जयंत चौधरी (RLD Chief Jayant Chaudhary) का बड़ा बयान सामने आया है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है. रालोद लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) के साथ है. जयंत चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर भी हमला बोला. उन्होंने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर पीएम मोदी के दिए भाषण से नाखुशी जताई.. रालोद प्रमुख ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने मणिपुर मुद्दे पर भाषण देकर खानापूर्ति की. जयंत चौधरी ने मांग की कि मणिपुर में विश्वास बहाल होना चाहिए. बता दें कि दिल्ली सर्विस बिल पर राज्यसभा में वोटिंग के दौरान जयंत चौधरी की गैर मौजूदगी ने इंडिया गठबंधन को असहज स्थिति में डाल दिया था.
क्या सत्ता पक्ष के खेमे में जानेवाले हैं जयंत चौधरी?
अटकलों का बाजार गर्म हो चला था कि जयंत चौधरी की बीजेपी आलाकमान के साथ 'डील' हो गई है. रालोद विधायकों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात ने अटकलों को और मजबूती देने का काम किया. मुख्यमंत्री के साथ रालोद विधायकों की मुलाकात ने उत्तर प्रदेश की सियासत में सनसनी मचा दी. एक बार फिर समाजवादी खेमे में जयंत चौधरी के रुख की चर्चा होने लगी. कयासों का धुआं उठने पर रालोद की तरफ से सफाई आई. रालोद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात का मकसद किसानों का मुद्दा था.
विपक्षी गठबंधन इंडिया पर क्या है रालोद का रुख?
रालोद हमेशा किसानों के हित की बात प्रमुखता से करती आई है. दिल्ली सर्विस बिल राज्यसभा से जयंत चौधरी के गैर मौजूद रहने पर उठे सवालों का रालोद ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने की अटकलों को बकवास बताया. पार्टी की तरफ से सफाई में कहा गया कि जयंत चौधरी पारिवारिक कारण से वोटिंग में शिरकत नहीं कर सके. विपक्षी गठबंधन इंडिया के साथ होने का दावा करते हुए पार्टी ने साफ किया कि जयंत चौधरी मुंबई की बैठक में शामिल होंगे. अटकलों, अफवाहों और खंडन के बीच जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश की सियासत में चर्चित चेहरा बने हुए हैं.