मेरठ. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कई महीने से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. केसी त्यागी ने सलाह देते हुए कहा कि सरकार और किसान दोनों को जिद छोड़कर आपस में वार्ता करनी चाहिए. गुरुवार को मेरठ पहुंचे केसी त्यागी ने कहा कि कृषि बिल कोई गीता या कुरान नहीं है कि इसमें कोई परिवर्तन ना हो सकता. उन्होंने कहा कि धार्मिक किताबों में संशोधन नहीं किया जा सकता, लेकिन कृषि कानून में संशोधन किया जा सकता है. 


राजनीतिक दलों का मोहरा ना बने किसान- त्यागी
केसी त्यागी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी राजनीतिक पार्टी का मोहरा नहीं बने. उन्होंने ये भी कहा कि किसानों को एमएसपी नहीं, लेकिन लाभकारी मूल्य जरूर मिलना चाहिए. 


यूपी विधानसभा चुनाव पर भी बोले त्यागी
वहीं, उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनावों पर केसी त्यागी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि वह ये चुनाव एनडीए के साथ मिलकर लड़े. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा संभव नहीं होता है तो उनकी पार्टी 200 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी.


धर्मांतरण पर भी दी प्रतिक्रिया
केसी त्यागी ने धर्मांतरण को लेकर कहा कि इसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. कानून में बालिग और नाबालिग दोनों की स्वतंत्रता के बारे में स्पष्ट व्याख्या दी गई है.


ये भी पढ़ें:


बड़े दलों ने सपा से किया किनारा, छोटे दलों के साथ चुनाव लड़ना अखिलेश की महालाचारी- मायावती


Ram Mandir Land Deal: ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष बोले- जमीन खरीद में नहीं बरती अनियमितता, मंदिर निर्माण में बाधा डालने की कोशिश