Jewar Airport Diatance: प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. पीएम मोदी जेवर में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की नींव रखने जा रहे हैं. जहां एक तरफ ये एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में उद्योगों की रफ्तार को तेज करेगा वहीं पश्चिमी यूपी में रोजगार और निवेश के नए रास्ते भी खोलेगा. कई खूबियों से लैस जेवर का ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट पूरे दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए मददगार साबित होगा. जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में 29 हजार 650 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है. वहीं इस एयरपोर्ट पर एक साथ 178 प्लेन खड़े हो सकेंगे. टाइमलाइन के मुताबिक जेवर एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट सितंबर 2024 में उड़ान भरेगी.
जानिए आपके शहर से कितना दूर है एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट बन जाने से दिल्ली एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक कम होगा. साथ ही एक अनुमान के मुताबिक हजारों की संख्या में पैसेंजर दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की तरफ शिफ्ट होंगे आज आपको बताते हैं कि किस शहर से जेवर एयरपोर्ट की दूरी कितनी होगी.
ग्रेटर नोएडा से महज 40 किलोमीटर की दूरी
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 72 किलोमीटर होगी. वहीं नोएडा एय़रपोर्ट से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होगा. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में रहने वालों के लिए ये काफी मददगार साबित होगा. क्योंकि ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी महज चालीस किलोमीटर ही होगी. इसके अलावा दिल्ली एनसीआर के प्रमुख शहर फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी सिर्फ 53 किलोमीटर ही होगी. साथ ही गाजियाबाद से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट करीब 75 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद रहेगा. जबकि गुड़गांव की दूरी एयरपोर्ट से करीब अस्सी किलोमीटर होगी. वहीं अलीगढ़ की बात करें तो ये शहर जेवर एयरपोर्ट से महज 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होगा.
यात्रियों का लोड होगा कम
आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली एयरपोर्ट पर एक साल के अंदर करीब साढ़े छह करोड़ यात्री पहुंचते हैं. वहीं अनुमान के मुताबिक अगले 5 साल में ये संख्या बढ़कर 10 करोड़ हो जाएगी. ऐसे में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ना सिर्फ इस ट्रैफिक लोड को कम करेगा बल्कि आसपास के शहरों के लोगों के लिए भी एक बेहतर सुविधा तैयार करेगा.
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