Jewar Airport: जेवर में प्रस्तावित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निर्माण की सारी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (नियाल) के बाद यमुना विकास प्राधिकरण ने भी मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है. प्राधिकरण के एक अधिकारी ने ये जानकारी दी है. विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) अब एयरपोर्ट का निर्माण कार्य एक हफ्ते में शुरू करने की तैयारी में है. सबसे पहले चारदीवारी, वाईआईएपीएल का दफ्तर और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की इमारत बनाई जाएगी.
पहले चरण का मास्टर प्लान पास
यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पहले चरण का मास्टर प्लान यमुना प्राधिकरण ने पास कर दिया है. मास्टर प्लान को अब सभी एजेंसियों ने पास कर दिया है. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट का मास्टर प्लान नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) बोर्ड में ले जाने से पहले इसे नागर विमानन मंत्रालय, भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के पास भेजा गया था.
एजेंसियों ने दिए थे सुझाव
डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि इन एजेंसियों ने मास्टर प्लान में कुछ सुझाव दिए थे और इन सुझावों को सम्मिलित करते हुए फिर इन एजेंसियों को मास्टर प्लान भेजा गया था. जब इन एजेंसियों की हरी झंडी दे दी तब 13 अगस्त को इस मास्टर प्लान को नियाल के बोर्ड में रखा गया. बोर्ड ने इस मास्टर प्लान पर अपनी सहमति दे दी. साथ ही यह भी कहा कि इसे यमुना प्राधिकरण अपने बोर्ड में पास कराए.
बोर्ड ने मंजूर कर दिया है मास्टर प्लान
डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि बताया कि यमुना प्राधिकरण ने अपने बोर्ड (परिचालन बैठक) में इस मास्टर प्लान को प्रस्तुत किया. बोर्ड ने इसे मंजूर कर दिया. इसके बाद मास्टर प्लान पास करते हुए विकासकर्ता कंपनी वाईआईएपीएल को भेज दिया है. विकासकर्ता कंपनी से 90 दिन में अपना ‘वर्क प्लान’ (कार्य योजना) जमा करने के लिए कहा गया है. उम्मीद है कि कंपनी 15 दिन के अंदर अपनी कार्य योजना नियाल को सौंप देगी.
होटल, व्यवसायिक परिसर के लिए अलग से नक्शा पास कराना होगा
डॉ अरुणवीर सिंह ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट का मास्टर प्लान पास करते समय यमुना प्राधिकरण ने कहा है कि विकासकर्ता कंपनी को व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अलग से नक्शा पास कराना होगा. अगर कंपनी वहां पर होटल, व्यवसायिक परिसर आदि का निर्माण करती है तो उसके लिए अलग से नक्शा पास कराना होगा.
शिलान्यास की तिथि अभी तय नहीं है
डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि कंपनी का प्रयास है कि अगले एक हफ्ते में निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाए. सबसे पहले एयरपोर्ट की चारदीवारी, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड का दफ्तर और एटीसी बिल्डिंग बनाई जाएगी. एयरपोर्ट चारदीवारी करीब 170 किलोमीटर लंबी है. उन्होंने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास की तिथि अभी तय नहीं है.
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