Jewar International Airport: उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (International Airport) की चारदीवारी को बनाने का रास्ता अब साफ हो गया है. रविवार को ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में आयोजित मोटो जीपी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने चारदीवारी के लिए आवश्यक जमीन के मालिक किसानों के एक समूह से मुलाकात की, जिसके बाद किसानों ने सीएम की बात मान ली और विवाद सुलझ गया.
प्रशासनित अधिकारियों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि रविवार को मोटोजीपी के मुख्य कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा में थे, जिसके बाद उन्होंने एक बैठक में किसानों के साथ बातचीत की. इस बैठक के बाद ग्रीनफील्ड परियोजना की चारदीवारी को पूरा करने का रास्ता साफ हो गया है.
सीएम से मुलाकात के बाद सुलझा विवाद
एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि रनहेरा गांव के किसानों के पास 'शोर की जमीन' थी, जिसके लिए वे मुआवजे की मांग कर रहे थे. यह मामला तीन साल से अदालत में था, जिसकी वजह से 407 मीटर लंबी चारदीवारी का निर्माण कार्य अधूरी रह गया था. 'शोर की जमीन', ऐसी जमीन होती है, जहां पर कृषि या आवासीय पट्टों का आवंटन नहीं किया जा सकता.
अधिकारी ने बताया कि हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले महीने 'शोर की जमीन' के लिए भूमि के इस्तेमाल को बदल दिया, जिससे ये किसान संपत्ति के अधिग्रहण के बदले मुआवजे के हकदार बन गए. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और जेवर से विधायक धीरेंद्र सिंह ने यह बैठक कराई थी. उन्होंने कहा कि किसानों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर आभार जताया.
किसानों के समूह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ''हमारी 'शोर की जमीन' के उपयोग में बदलाव और हवाई अड्डे के निर्माण के कारण प्रभावित किसानों को मुआवजे के लिए पात्र बनाने के लिए हमारी पीढ़ियां आपकी आभारी रहेंगी.''