Tata Project Pvt Ltd: जेवर में बहुत जल्द देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जाएगा. इस हवाई अड्डे के बन जाने के बाद यहां से अंतराष्ट्रीय विमान उड़ेंगे. इस निर्माण कार्य को अब और गति मिल गई है और इसके निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया गया है. टाटा और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि टाटा कंपनी जेवर एयरपोर्ट के इंजीनियरिंग, निर्माण में इस्तेमाल होने वाले समान से जुड़े काम करेगी. बता दें यमुना इंटरनेशनल कंपनी ने ग्लोबल टेंडर निकाल कर 3 कंपनी फाइनल की थी जिसमें यह प्रोजेक्ट टाटा को सौंप दिया गया.
2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट को लेकर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ शनेलमैन ने बताया कि उन्हें बेहद खुशी है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ा काम टाटा प्रोजेक्ट को दिया गया है. उन्होंने बताया कि टाटा एयरपोर्ट के लिए इंजीनियरिंग निर्माण से जुड़ी गतिविधियां और एयरपोर्ट बनाने के लिए जो सामान जरूरी होगा उसकी आपूर्ति का काम करेगा.
क्रिस्टोफ के मुताबिक एयरपोर्ट बनने का प्रोजेक्ट धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है और उन्हें उम्मीद है कि 2024 तक एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा. तब तक पैसेंजर, रनवाय और जो भी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर एयरपोर्ट के लिए होता है बन जाएगा. यह एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा जिसकी क्षमता सालाना 1.20 करोड़ यात्रियों की होगी.
वातावरण फ्रेंडली होगा एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट के कार्य का जिम्मा मिलने को लेकर टाटा प्रोजेक्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनायक पाई ने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने उन्हें भारत का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार करने का काम सौंपा है. उन्होंने बताया टाटा जो एयरपोर्ट तैयार करने वाली है वह अद्भुत होगा. सबसे बड़ी बात इसे पूरी तरह से वातावरण फ्रेंडली बनाया जाएगा. यह हरा भरा होगा और यहां पर ऊर्जा बचाने की तकनीक को अपनाया जाएगा.
बनेगा देश का पहला नेट जीरो एमिशन एयरपोर्ट
जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर यमुना प्राधिकरण के सीईओ रणवीर सिंह ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ना सिर्फ देश का पहला सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा बल्कि इसका डिजाइन टिकाऊ विकास पर होगा. यानी यह देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा जहां नेट जीरो एमिशन होगा.
इस एयरपोर्ट पर किसी तरह का कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा और ना ही सीवर बाहर निकाला जाएगा. इसे वातावरण के अनुकूल बनाया जाएगा. हवाई अड्डे में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जाएगी. इसके साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और वेस्ट मैनेजमेंट फैसिलिटी भी बनाई जाएगी.
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