Pushpendra Yadav's Wife Commits Suicide: उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) में 2019 में पुलिस की मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव (Pushpendra Yadav) की पत्नी शिवांगी ने मंगलवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली. सुबह जब घर वालों ने कमरा खोला तो उनके होश उड़ गए. आनन-फानन में परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतार कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, पुलिस कई पहलुओं पर अपनी जांच कर रही है.
आपको बता दें कि यूपी पुलिस के द्वारा 2019 में किया गया पुष्पेंद्र यादव का एनकाउंटर काफी चर्चित रहा. इस एनकाउंटर को लेकर सियासी माहौल भी काफी गरमाया था. समाजवादी पार्टी ने यूपी पुलिस के इस एनकाउंटर को फर्जी बताया था. वहीं, हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए समिति का गठन किया था. उस वक्त शिवांगी की मांग थी कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. लेकिन, घटना के 3 साल 5 महीने बाद पुष्पेंद्र की पत्नी ने आत्महत्या कर ली.
पुष्पेंद्र पर पुलिस पर हमले का था आरोप
29 जून 2019 को शिवांगी की शादी झांसी के करगुआ गांव में तय हुई थी. शादी के 4 महीने बीतने के बाद 5 अक्टूबर को झांसी पुलिस ने पुष्पेंद्र को एनकाउंटर में मार गिराया था. पुष्पेंद्र पर पुलिस ने आरोप लगाया था कि 5 अक्टूबर, 2019 की रात वह मोंठ थाने के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पर हमला करने के बाद उनकी कार लूटकर भाग रहा था. जिसके चलते अगली सुबह पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव को गुरसराय थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में कथित तौर पर मार दिया था. पुलिस के मुताबिक उसके 2 साथी भाग निकले थे. पुलिस का ये भी आरोप है कि पुष्पेंद्र की कार से दो तमंचे कारतूस और मोबाइल भी बरामद किए गए थे.
मरने से पहले हाथ पर लिखा था नोट
परिवार के लोगों ने कोर्ट में यूपी पुलिस के खिलाफ याचिका दर्ज कराई थी. जिसमें कोर्ट ने एसआईटी टीम का गठन भी किया था. वहीं, आत्महत्या करने से पहले शिवांगी ने अपने हाथों में लिखा था कि 'स्वेच्छा से फांसी लगा रही हूं'. वहीं, परिवार वालों का आरोप है कि शिवांगी ने पति के फर्जी एनकाउंटर मामले में न्याय न मिलने पर खुदकुशी की है. वहीं पूरे मामले में सीओ देवेंद्र पचौरी ने बताया कि आटा थाना क्षेत्र के पिपराया गांव की घटना है. पुष्पेंद्र यादव की पत्नी ने आत्महत्या कर ली है. पूरे मामले की बारीकियों से जांच की जा रही है. शिवांगी ने मरने से पहले अपने हाथ में लिखा कि 'अपने आप जान दे रही हूं किसी को दोष न दिया जाए'. अब हाथ पर लिखे नोट की हैंडराइटिंग की जांच कराई जाएगी. परिजनों द्वारा जो तहरीर प्राप्त होगी उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
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