Jhansi Medical College Fire: यूपी के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में 15 नवंबर की रात नवजात गहन चिकित्सा इकाई में आग लग गई. अग्निकांड में दस बच्चों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर से घायल हो गए. हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट सामने आ रही है. इस घटना से अस्पताल में स्थिति बेकाबू हो गई थी. मौके पर पहुंची राहत बचाव टीम ने बच्चों को निकालने का प्रयास किया लेकिन तेज आग की लपटों के कारण वे अंदर नहीं जा सकें. बचाव टीम वॉर्ड की खिड़की तोड़कर अंदर दाखिल हुई और बच्चों को बाहर निकाला. 37 बच्चों की सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. अस्पताल में कुल 54 बच्चें एडमिट थे.
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. सीएम योगी ने घटना को 'दिल दहला देने वाला' बताया और घायलों को उचित इलाज उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया. मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा 'झांसी जिले के मेडिकल कॉलेज के NICU में हुई दुर्घटना में बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदय विदारक है. जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य करने का निर्देश दिया गया है. मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें." सीएम ने मंडलायुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) से 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी.
SSP सुधा सिंह ने बताया कि 16 घायल बच्चों का इलाज चल रहा है और उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए चिकित्सक और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं. झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने दुख जताया है. उन्होंने घटना को अत्यंत दुःखद और हृदय विदारक बताया है.
मृतक बच्चों के पीड़ित परिजनों को 5-5 लाख का ऐलान
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने एक्स पर लिखा, 'झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मृतक बच्चों के पीड़ित परिजनों को 5-5 लाख एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दिए जाने का निर्णय लिया गया है. मैं ईश्वर से घायल नवजात शिशुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की करता हूँ. मैं व मेरी सरकार प्रदेशवासियों के हर दुःख, हर परिस्थिति में उनके साथ हैं.
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