झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड में बढ़ा मौत का आंकड़ा, अब तक 11 बच्चों ने गंवाई जान
Jhansi Medical College Fire: झांसी अग्निकांड में जलकर जिन 11 बच्चों ने अपनी जान गंवाई उनमें से 3 बच्चे इस तरह से आग की जद में आ गए कि उनके माता पिता भी उनकी शिनाख्त नहीं कर पाए.
Jhansi Medical College Fire Update: उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में लगी आग से दर्दनाक हादसा हुआ. इस हादसे बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ा है, इलाज के दौरान एक और नवजात ने दम तोड़ दिया है. झांसी जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने इसकी पुष्टि की है और झांसी अग्निकांड में अब तक 11 नवजातों की मौत हो चुकी है.
झांसी के मेडिकल कॉलेज चिल्ड्रन वार्ड में आग लगने से शुक्रवार (15 नवंबर) की रात 10 मासूमों की जान चली गई थी, जबकि कई बच्चे अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं. वहीं झांसी के मंडलायुक्त और DIG ने इस हादसे को लेकर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है. सीएम योगी को दी गई इस रिपोर्ट में इस हादसे की सबसे बड़ी वजह इलेक्ट्रिकल एक्सीडेंट मानी गई है. वहीं पूछताछ और जानकारी के बाद आई रिपोर्ट में माना गया कि ये कोई आपराधिक लापरवाही नहीं है. वार्ड के स्विच बोर्ड से उठी आग के कारण NICU में आग लगी.
दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
झांसी अग्निकांड में जलकर जिन 11 बच्चों ने अपनी जान गवाई उनमें से 3 बच्चे इस तरह से आग की जद में आ गए कि उनके माता पिता भी उनकी शिनाख्त नहीं कर पाए. झांसी हादसे में मृतक परिजनों के पीड़ित परिवार के लिए योगी सरकार ने 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है, वहीं डिप्टी सीएम और स्वस्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने साफ कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
सरकार की इसी लापरवाही और असावधानी के कारण 10 बच्चों की मौत- अखिलेश
वहीं इस हादसे पर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है. झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "दुख की बात है कि आज इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. जब गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत हुई तो इन्हें सावधान हो जाना चाहिए था. जब भी ये लोग निरीक्षण करने जाते हैं या औचक निरीक्षण करते हैं तो सारी व्यवस्थाएं ठीक मिलती हैं, लेकिन जैसे ही कोई अधिकारी या मंत्री जाता है तो अस्पताल वैसा ही हो जाता है. क्या सरकार ने पर्याप्त बजट दिया? क्या सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए?. सरकार की इसी लापरवाही और असावधानी के कारण 10 बच्चों की मौत हो गई और इतना बड़ा नुकसान हुआ."