झांसी. झांसी की टोडी फतेहपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने आसपास के दर्जनों जनपद में चोरी की 122 घटनाओं को अंजाम दिया है. खास बात यह है कि चोर की मां चोरी का माल सप्लाई करती थी. इस गिरोह ने ना सिर्फ झांसी के आसपास चोरियां की बल्कि जयपुर में भी हाथ साफ कर दिए. ग्रुप में 17 सदस्य हैं. पुलिस ने चोर और उसकी मां समेत दो अन्य अपराधियों को जेल भेज दिया है.


गिरोह में डेढ़ दर्जन लोग शामिल


एसएसपी झांसी दिनेश कुमार पी ने खुलासा करते हुए बताया कि चोरों के इस बड़े गिरोह द्वारा आसपास के आधा दर्जन से अधिक जनपदों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था. इस अंतरराज्यीय चोर गिरोह में करीब डेढ़ दर्जन लोग शामिल हैं और अब तक करीब 122 घटनाओं को अंजाम दिया है, पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जबकि गिरोह का सरगना समेत 3 लोग पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इनके कब्जे से पुलिस ने लाखों रुपये की कीमत के आभूषण, कार ,बाइक व तमंचे बरामद किए हैं. वहीं, तोड़ी फतेहपुर थाना क्षेत्र में इस खुलासे को अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी बताया जा रहा है.


पुलिस को लंबे समय से तलाशी थी


एसएसपी ने बताया कि 4 सितंबर को रेवन निवासी रमेश चंद्र यादव की तहरीर पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया था. मामले के खुलासे को लेकर टोड़ी फतेहपुर थाना पुलिस और एसओजी टीम अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार गश्त कर रही थी. तभी मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बगरौनी से पहले नहर पुलिया के पास अभियुक्त श्रीकांत इसका पिता उदय भान और मां श्याम देवी और आलोक राजपूत खड़े हुए हैं. शीघ्र ही पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और चारों अभियुक्तों को हिरासत में ले लिया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्य हैं ।


लाखों के जेवर बरामद हुये


इन चोरों ने उप्र, मप्र व राजस्थान के करीब 122 स्थानों पर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है. अभियुक्तों के पास से लगभग 90.51 ग्राम सोने के जेवरात कीमत करीब 4.7 लाख, 710 ग्राम चांदी के जेवरात कीमत करीब 42 हजार, बिना नंबर की एक टाटा टियागो कार, एक अपाचे मोटरसाइकिल, एक सिलाई मशीन, 315 बोर के 2 अवैध तमंचे व 7 जिंदा कारतूस बरामद किए.


गहन पूछताछ पर अभियुक्तों ने बताया कि थाना टोडी फतेहपुर के ग्राम रेवन में उन्होंने ही चोरी की घटना को अंजाम दिया था और चोरी से मिले पैसों से कार, मोटरसाइकिल एवं सिलाई मशीन खरीदी थी. सरगना प्रदीप समेत महोबा जनपद के 3 साथी अभी भी फरार हैं. जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. अपराधी श्रीकांत, उदय भान और आलोक राजपूत का लंबा आपराधिक इतिहास है. सभी पर करीब आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. जबकि उदयभान पर कुल 17 मुकदमे दर्ज हैं.


टीम को 25 हजार के पुरस्कार की घोषणा


अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम में सर्विलांस सेल प्रभारी आशीष मिश्रा, एसओजी प्रभारी शैलेंद्र सिंह, थानाध्यक्ष टोडी फतेहपुर राजपाल सिंह, उपनिरीक्षक त्रिदीप, उपनिरीक्षक नरेंद्र कुमार, आरक्षी दुर्गेश चौहान, आरक्षी मनोज कुमार, आरक्षी योगेंद्र चौहान, आरक्षी प्रदीप सेंगर, आरक्षी शैलेंद्र सिंह, आरक्षी पदम गोस्वामी, आरक्षी सतपाल सिंह, आरक्षी चंद्रशेखर, आरक्षी सुशील सरोज और आरक्षी कृष्णकांत सम्मिलित रहे. उक्त टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की गई है. साथ ही पत्र द्वारा आईजी झांसी मण्डल के माध्यम से 50000 इनाम की संस्तुति की गई है.


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