UP Politics: झांसी में अखिलेश यादव के हेलिकॉप्टर को उतारने की नहीं मिली अनुमति, प्रशासन ने बताई वजह
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का झांसी दौरा तय था, लेकिन अब झांसी (Jhansi) प्रशासन ने उनके हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी.
UP News: यूपी स्थित झांसी (Jhansi) में प्रशासन ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के हेलिकॉप्टर (Helicopter) को उतरने के लिए परमिशन नहीं दी है. सपा ने पुलिस लाइन में हेलिकॉप्टर के लिए अनुमति मांगी थी. लेकिन झांसी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. इस संबंध में झांसी के एसएसपी (Jhasi SSP) ने जानकारी दी है.
सपा प्रमुख के हेलिकॉप्टर को उतरने के लिए झांसी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है. इस संबंध में झांसी एसएसपी ने बताया, "कल ही हमारे पास पत्र आया और अचानक ही वह हमसे पूछ रहे हैं. इसके लिए पहले से उनको अनुमति लेनी थी. पुलिस लाइन में काम चल रहा है इसलिए अनुमति नहीं दी जा रही है. वे सपा के पूर्व विधायक से जेल में मिलने के लिए आ रहे थे."
UP Politics: झांसी में अखिलेश यादव के हेलिकॉप्टर को उतारने की नहीं मिली अनुमति, प्रशासन ने बताई वजह
कहां हैं सपा के पूर्व विधायक?
दरअसल, सपा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव जेल में बंद हैं. वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव पार्टी के पूर्व विधायक से जेल में मिलने के लिए आ रहे थे. इसके लिए उन्होंने पुलिस लाइन से परमिशन मांगी थी. लेकिन प्रशासन ने हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति दी.
बीते दिनों उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी. तब उनकी अपराध से अर्जित सम्पत्ति को कुर्क किया गया था. तब कुर्क की कार्रवाई करगुवांजी और भगवंतपुरा में जमीन पर हुई थी. इस वक्त वो कुख्यात अपराधी लेखराज यादव को छुड़ाने के आरोप में बंद हैं. तब पूर्व विधायक की करीब 1.30 अरब रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी. ये कार्रवाई जिला मजिस्ट्रेट ने आदेश पर हुई थी.
बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव सोमवार को कानपुर गए थे. तब उन्होंने उस समय कानपुर जेल में बंद पार्टी विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात की थी. उन्होंने महिला का घर जलाने और बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय नागरीक होने का प्रमाण पत्र देने के केस में गिरफ्तार किया गया है.