Jhansi News: उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिया है. हाल ही में झांसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन करने का प्रस्ताव मिला था. बता दें कि यूपी सरकार पहले ही तीन प्रमुख स्थानों के नाम बदलकर इलाहाबाद से प्रयागराज, मुगलसराय को दीन दयाल उपाध्याय नगर और फैजाबाद से अयोध्या कर चुकी है.


सबसे पहले यूपी के वाराणसी जंक्शन से 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुगलसराय स्टेशन का नाम बदल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन किया गया था. ये स्टेशन यूपी के चंदौली जिले के शहर मुगलसराय में आता है. इसके बाद वाराणसी के मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस स्टेशन रखा गया है. इलाहाबाद जंक्शन का नाम भी बदल कर प्रयागराज जंक्शन कर दिया गया. इसके अलावा पिछले साल ही नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर सिद्धार्थनगर हो गया है.


झांसी का है ऐतिहासिक महत्व


झांसी का ऐतिहासिक महत्व है. रानी लक्ष्मीबाई को झांसी वाली रानी के नाम से जाना जाता है. उन्होंने 1857 में महिलाओं की फौज बनाई थी. उनकी फौज ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी. वो 29 साल की उम्र में अंग्रेजों से लड़ते हुए शहीद हो गई थीं.


गृह मंत्रालय बदलता है नाम


नाम बदलने का काम केंद्रीय गृह मंत्रालय करता है. राज्य सरकार अगर किसी जिले या रेलवे स्टेशन का नाम बदलना चाहती है तो उसे अपना अनुरोध केंद्र सरकार को भेजना पड़ता है. केंद्र सरकार उक्त प्रस्ताव पर इंटेलिजेंस ब्यूरो, डाक विभाग, भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण विभाग, रेलवे मंत्रालय जैसे कई विभागों और एजेंसियों को भेज कर एनओसी मांगता है. 


गृह मंत्रालय नाम बदलने के लिए वर्तमान दिशा-निर्देशों के मुताबिक संबंधित एजेंसियों से विचार-विमर्श करता है. विभागों और एजेंसियों से एनओसी मिलने के बाद गृह मंत्रालय नाम बदलने की मंजूरी दे देता है. अगर किसी राज्य के नाम में बदलाव लाना होता है तो उसके लिए संसद में साधारण बहुमत से संविधान में संशोधन की जरूरत होती है.


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