Jihad: जिहाद शब्द पर बढ़ा विवाद, इस्लामिक जानकारों और कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर सीएम धामी का जवाब
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस पर अपनी स्थिति साफ की. उन्होंने कहा, "प्रदेश में किसी भी प्रकार के जिहाद के लिए जगह नहीं है. अगर कोई भी अराजक तत्व है तो सख्त कार्रवाई होगी.
Uttarakhand News: उत्तराखंड में जिहाद शब्द को लेकर राजनीति गर्मा गई है. इस्लामिक जानकार और कांग्रेस नेता, दोनों ने इस मुद्दे पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. जहां इस्लामिक विद्वान जिहाद शब्द के गलत इस्तेमाल को लेकर नाराज हैं, वहीं कांग्रेस ने सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर इसे लेकर निशाना साधा है.
देहरादून के शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया कि जिहाद एक मुकद्दस शब्द है, जिसका असली मतलब संघर्ष, कोशिश और जद्दोजहद से है. उन्होंने कहा कि आजकल जिहाद शब्द को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है, जो बेहद खतरनाक है. "आज जिहाद को लव जिहाद, लैंड जिहाद और थूक जिहाद जैसे गलत नामों से जोड़कर देखा जा रहा है, जो इस्लाम की शिक्षा और मूल्यों के खिलाफ है," कासमी ने कहा. उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह नाकाबिले बर्दाश्त है और इसे रोकने की जरूरत है.
कांग्रेस का कड़ा रुख
कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने भी जिहाद के मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, "प्रदेश में जिहाद को तमाम गलत चीजों से जोड़कर देखा जा रहा है, जबकि असल में जिहाद का मतलब संघर्ष और क्रांति से है. भाजपा इसे विभिन्न नामों से पुकारकर समाज में विभाजन और भाईचारे को खत्म करना चाहती है."
उन्होंने उत्तराखंड में बढ़ते अपराध और महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों का हवाला देते हुए कहा, "अगर जिहाद शब्द को इस तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है, तो क्या बलात्कार के मामलों को 'रेप जिहाद' का नाम दिया जाएगा? सरकार को ऐसे फालतू मुद्दों पर बयानबाजी करने के बजाय महिलाओं को न्याय दिलाने और अपराधियों को सजा देने पर ध्यान देना चाहिए."
महाकुंभ से पहले महाराजा हर्षवर्धन की मूर्ति शिफ्ट किए जाने पर सियासी बवाल, सपा ने किया 'शुद्धिकरण'
बीजेपी का रुख
इस विवाद के बीच, भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि जिहाद शब्द का इस्तेमाल सिर्फ उन अराजक तत्वों के खिलाफ किया जा रहा है, जो समाज में विघटन फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस पर अपनी स्थिति साफ की. उन्होंने कहा, "प्रदेश में किसी भी प्रकार के जिहाद के लिए जगह नहीं है. अगर कोई भी अराजक तत्व इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
उत्तराखंड में मुस्लिम समाज ने भी जिहाद शब्द के गलत इस्तेमाल को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि इस्लाम में जिहाद का मतलब संघर्ष और धार्मिक कर्तव्यों की पूर्ति से है, लेकिन इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. इस मामले को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों ने सरकार से अपील की है कि इस्लाम के इस पवित्र शब्द का दुरुपयोग न हो और इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल न किया जाए.
राजनीति और जिहाद पर बहस
उत्तराखंड में पिछले कुछ समय से जिहाद शब्द को लेकर बढ़ती राजनीति और समाज में इसके इस्तेमाल को लेकर विवाद जारी है. जहां एक ओर मुस्लिम समुदाय इसके खिलाफ एकजुट हो रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है. यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार और राजनीतिक दल इस विवाद को किस तरह संभालते हैं, ताकि समाज में शांति और भाईचारे की भावना बनी रहे.