नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के एक दिन बाद जितिन प्रसाद ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस किसी व्यक्ति के चलते या किसी पद के लिए नहीं बल्कि पार्टी और उत्तर प्रदेश के लोगों के बीच 'सम्पर्क टूट जाने' के कारण छोड़ी. प्रसाद ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर काम किया है और उनका परिवार तीन पीढ़ियों से पार्टी से जुड़ा रहा है. प्रसाद बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए और बीजेपी को देश में 'एकमात्र सच्ची राष्ट्रीय पार्टी' करार दिया.
जितिन प्रसाद कांग्रेस के उन 23 नेताओं में शामिल थे जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी. उन्होंने पार्टी छोड़ने के लिए किसी भी व्यक्ति को दोष नहीं दिया.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का वोट प्रतिशत कम हो रहा है- जितिन प्रसाद
प्रसाद ने कहा, ''मैंने कांग्रेस किसी व्यक्ति के चलते या किसी पद के लिए नहीं छोड़ी. मेरे कांग्रेस छोड़ने का कारण यह था कि पार्टी और लोगों के बीच सम्पर्क टूट गया था और यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में इसका वोट प्रतिशत कम हो रहा है और पार्टी को फिर से पटरी पर लाने के लिए कोई योजना नहीं है.''
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने का उनका निर्णय चर्चा और विचार-विमर्श के बाद लिया गया. उन्होंने कहा कि वह अपने लोगों, अपने राज्य और राष्ट्र की सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए वह अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि बीजेपी देश में एकमात्र संस्थागत राष्ट्रीय पार्टी है.
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