UP News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (JNMC) में बीती रात डॉक्टर और मरीज भिड़ गए. विवाद की शुरुआत इलाज नहीं करने से हुई. जेएनएमसी के डॉक्टरों से मरीज की नोकझोंक गाली गलौज में बदल गयी. विरोध में डॉक्टरों ने हड़ताल की घोषणा कर दी. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण दूर दराज से आए मरीजों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा. दूसरी ओर, छात्र नेताओं ने भी जेएनएमसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
एएमयू के जीएनएमसी में हड़ताल
जीएनएमसी छात्रों का कहना है कि रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन खुद को आका समझता है. रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर हर महीने हड़ताल की जाती है. डॉक्टरों के पास इंसानियत नहीं रह गयी है. हड़ताली डॉक्टरों के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए. जीएनएमसी छात्रों ने हड़ताल जल्द खत्म नहीं होने पर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी. हाथरस से मरीज के साथ आए तीमारदार ने बताया कि डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया है. 50 किलोमीटर का सफर कर इलाज कराने जीएनएमसी आए थे. अस्पताल आने पर निराशा हाथ लगी है.
मरीज की डॉक्टर के साथ भिड़ंत
मरीजों की शिकायत पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर वसीम अली पहुंचे. उन्होंने बताया कि डॉक्टर और मरीजों में भिड़ंत के बाद इलाज नहीं हो रहा है. हड़ताली डॉक्टरों के साथ मीटिंग की जा रही है. मीटिंग में सहमति बनने पर जानकारी दी जाएगी. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मारपीट की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. छात्र नेताओं का कहना है कि डॉक्टर मरीजों का इलाज ठीक से नहीं करते. मरीजों के विरोध करने पर डॉक्टर हड़ताल शुरू कर देते हैं. डॉक्टरों की हड़ताल का खामियाजा आसपास जिलों से आये मरीजों को उठाना पड़ता है. डॉक्टरों की कार्यशैली ठीक नहीं है. ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन को एक्शन लेना चाहिए.
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