Joshimath Auli Marathon: भू-धंसाव के बाद जोशीमठ (Joshimath) अब सुरक्षित हो रहा है और तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है. इसी उद्देश्य को लेकर औली मैराथन का आयोजन किया जा रहा है जिससे सेफ जोशीमठ पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा देने का संदेश दिया जायेगा, आयोजन समिति युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को जोशीमठ पहुंचकर औली मैराथन में प्रतिभाग करेंगें. मुख्यमंत्री शनिवार को 11 बजे सेना हेलीपैड जोशीमठ पहुंचेंगे जहां से 11 बजकर 20 मिनट पर कार्यक्रम स्थल नरसिंह मंदिर मठागण में पहुंचेंगे.
स्की एण्ड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा पहली बार आयोजित इस मैराथन में मुख्यमंत्री की उपस्थिति से निश्चित ही देश-दुनिया में जोशीमठ को लेकर सकारात्मक संदेश जाएगा. वहीं पर्यटकों, तीर्थयात्रियों में जोशीमठ को लेकर जो नकारात्मक संदेश गया है उससे भी निजात मिलेगी.
सीएम धामी कल पहुंचेंगे जोशीमठ
स्की एण्ड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन उत्तराखंड के अध्यक्ष अजय भट्ट के अनुसार जोशीमठ आपदा के बाद जोशीमठ-औली का पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है, जोशीमठ के एक भाग में अवश्य ही भू-धंसाव का असर है जबकि जोशीमठ-औली का अधिकांश क्षेत्र सुरक्षित है. अजय भट्ट ने कहा कि बद्रीनाथ यात्रा शुरू होने को है और जोशीमठ आपदा के नकारात्मक संदेश का असर इस यात्रा पर ना पड़े इसी उद्देश्य से एसोसिएशन द्वारा औली मैराथन का आयोजन किया जा रहा है ताकि देश-दुनिया मे जोशीमठ का एक अच्छा संदेश पहुंच सके.
मुख्यमंत्री द्वारा इस मैराथन में प्रतिभाग करने से निश्चित ही सुरक्षित जोशीमठ का एक सकारात्मक संदेश जाएगा. साथ ही पर्यटन और धार्मिक नगरी जोशीमठ में औली का पर्यटन व्यवसाय भी पटरी पर लौट सकेगा. मुख्यमंत्री शनिवार को 11 बजे सेना हेलीपैड जोशीमठ पहुंचेंगे जहां से कार द्वारा प्रस्थान कर 11 बजकर 20 मिनट पर कार्यक्रम स्थल नरसिंह मंदिर मठागण में पहुंचेंगे. आयोजन समिति तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है.
यह भी पढ़ें:-
अमित शाह के रमजान में बिजली वाले बयान पर अखिलेश यादव का पलटवार, सीएम योगी पर कसा तीखा तंज