Joshimath Landslide: उत्तराखंड में एक बार फिर प्रकृति ने रौद्र रूप दिखाया है. जोशीमठ में भूस्खलन के कारण मकान टूटने की तस्वीरें सामने आई हैं. पागनो गांव में पहाड़ से गिरी चट्टानों ने लोगों को दहशतजदा कर दिया है. जान बचाने के लिए लोग मकान छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं. मकानों में दरार देखकर लोग अनहोनी की आशंका जता रहे हैं. लोगों का कहना है कि राज्य सरकार का अभी ध्यान नहीं गया है. उत्तराखंड में पिछले दिनों आई आपदा के बाद लगातार पलायन का सिलसिला जारी है.
जोशीमठ में प्रकृति के रौद्र रूप से मचा हड़कंप
सुरक्षित ठिकानों की तलाश में लोग खुद का मकान छोड़कर निकल रहे हैं. उत्तरकाशी में जमीन धसने की घटना लोगों के जेहन में अभी ताजा है. लगातार हो रहा भूस्खलन लोगों के लिए मुसीबत का सब बना हुआ है. मकान ताश के पत्तों की तरह बिखर रहे हैं. सपनों के आशियानों को टूटता देख लोगों की आंखें नम हैं. फिलहाल पागनो गांव से तमाम लोग पलायन कर चुके हैं. उन्होंने दूसरी जगह पर ठिकाना बनाया है. अब तक भूस्खलन की घटना में 8 मकानों को नुकसान पहुंचा है.
भूस्खलन की वजह से लोग पलायन को मजबूर
आपदा की जद में गांव के आने से लोग भयभीत हैं. गांव को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में लोग दूसरी जगह के लिए निकल गए हैं. बता दें कि कई जिलों में मूसलाधार बारिश का दौर अभी भी जारी है. बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, और पिथौरागढ़ में 20 सितंबर तक भारी बारिश का येलो जारी किया गया है. बारिश के बीच पहाड़ों से गिरे मलबों ने कई मार्ग को बंद कर दिया है. लोक निर्माण विभाग बंद पड़ी सड़कों को खोलने के काम में जुटा है. रास्तों से मलबे, पत्थर और चट्टानों को हटाने का काम लगातार किया जा रहा है.