Joshimath Sinking: भारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं जोशीमठ के व्यापारी, सरकार से कर रहे ये खास अपील
जोशीमठ के व्यापारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, व्यापारियों का इस आपदा में अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में व्यापारियों की तरफ से मांग की जा रही है कि व्यापारियों को आपदा प्रभावित माना जाए.
Joshimath Landslide Effect On Traders: जोशीमठ में जिस तरह भारी भू-धसाव हो रहा है, उससे जोशीमठ (Joshimath) के व्यापारी भी काफी खौफजदा है. जोशीमठ में 750 से अधिक व्यापारी अपने भविष्य को लेकर आशंकित है. कई व्यापारियों के घर और दुकान आपदा की जद में है एसबीआई के सामने की कई दुकानों को खाली करने का निर्देश दिया गया है.
इस समय जोशीमठ के व्यापारी (Traders) भारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, व्यापारियों का इस आपदा में अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है. हालांकि जोशीमठ में जिनके घर या जमीन आपदा की जद में आएंगे उनको कुछ न कुछ मिलेगा. लेकिन यहां व्यवसाय कर रहें व्यवसायी अपने भविष्य को लेकर खासा चिंतित है.
कोरोना के बाद व्यापारियों में जगी थी उम्मीद
2013 के आपदा के बाद से जोशीमठ के व्यवसाय पर बहुत बुरा असर पड़ा है. इसके बाद ऋषि गंगा में आई राष्ट्रीय आपदा से भी इनकी कमर टूटी है. फिर 2 साल कोरोना (Corona) की वजह से हाल बुरा रहा. अब थोड़ी उम्मीद जगी ही थी कि तब तक जोशीमठ पर बड़ी आपदा आ गई. जोशीमठ बाजार में 750 व्यवसाय करते हैं. व्यापार पर संकट आने से व्यापारियों के परिवार पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है. जब से आपदा आई है तब से ही जोशीमठ में ट्रांसपोर्ट से 90 प्रतिशत माल आना बंद हो गया है.
व्यापारियों को आपदा प्रभावित माना जाए: व्यापार मंडल अध्यक्ष
व्यापार मंडल अध्यक्ष नैन सिंह भण्डारी ने कहा है कि जोशीमठ के व्यापारी जोशीमठ में आए इस आपदा से काफी डरे हुए हैं. 2013 की आपदा, ऋषि गंगा में आई राष्ट्रीय आपदा, कोरोना के 2 साल से जोशीमठ में व्यापार की कमर टूट चुकी थी. अब उम्मीद की जा रही थी कि कुछ बेहतर होगा, लेकिन तब तक जोशीमठ शहर में बड़ी आपदा (Disaster) आ गई. जब शहर वासी ही नही रहेंगे तो व्यापार कहा करेंगे. नैन सिंह भण्डारी ने कहा कि सरकार को चाहिए इस बारे में गंभीरता से सोचते हुए व्यापारियों को आपदा प्रभावित माना जाए.
सरकार व्यापारियों को दे दुकान के बदले दुकान: व्यापार मंडल महामंत्री
वहीं व्यापार मंडल महामंत्री जय प्रकाश भट्ट का कहना है कि इस आपदा ने जोशीमठ में व्यापारियों की कमर तोड़ दी है. सरकार को दुकान के बदले दुकान, व्यापारियों को आजीविका चलाने के लिए बिना ब्याज का लोन, जीएसटी सहित अन्य कर आपदा तक माफ करने, शिफ्ट हुए व्यापारियों को 50,000 और 5000 प्रति माह की दर से किराया देना चाहिए. उन्होंने कहा अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती तो व्यापारी भी उग्र आन्दोलन करने पर मजबूर हो जाएगें.
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