Joshimath: फूलों की घाटी की निगरानी के लिए लगाए गए 19 कैमरे, वन तस्करों पर रहेगी पैनी नजर
Joshimath News: इस घाटी में 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलने के साथ यहां पर दुनिया की दुर्लभतम प्रजाति के वन्य जीव जंतु, पशु पक्षी पाए जाते हैं, साथ ही इस घाटी में बहुमूल्य जड़ी बूटी भी पाई जाती हैं
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Joshimath: विश्व धरोहर फूलों की घाटी (Valley of Flowers) जोशीमठ में वन्य जीवों की गतिविधियों और वन तस्करों पर नजर रखने के लिए 19 ट्रेप कैमरे से पैनी नजर रखी जा रही है. भारी बर्फ के बीच 1 से 2 फीट बर्फ में कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की 10 सदस्यीय टीम ने फूलों की घाटी के अलग-अलग लोकेशन पर 10 ट्रेप कैमरे लगाए हैं साथ ही समय समय पर गश्त की जा रही है. विश्व धरोहर फूलों की घाटी अपनी जैव विविधता के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है.
घाटी में 500 से अधिक प्रजातियों के फूल
घाटी में 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलने के साथ यहां पर दुनिया की दुर्लभतम प्रजाति के वन्य जीव जंतु, पशु पक्षी पाए जाते हैं, साथ ही इस घाटी में बहुमूल्य जड़ी बूटी भी पाई जाती हैं. यहां पर सर्दियों में कस्तूरी मृग, हिमालयन थार, ब्राउन बीयर, स्नो लियोपार्ड सहित कई दुर्लभतम प्रजाति के वन्य जीव जंतु पाए जाते हैं. इनके संरक्षण और वन्य तस्कर पर निगरानी के लिए ट्रेप कैमरे और गश्त की जाती है. इन ट्रेप कैमरों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में इनकी उपस्थिति और इनकी गिनती की जाती है. साथ ही भारी बर्फबारी में जीवों को होने प्रभाव को भी देखा जाता है.
19 ट्रेप कैमरों रखेंगे वन तस्करों पर नजर
वन क्षेत्राधिकारी फूली की घाटी रेंज गोविंदघाट गौरव नेगी ने कहा वन विभाग की 10 सदस्यीय टीम ने घाटी में 10 ट्रेप कैमरे लगाए है, घाटी में इस समय 1 से 2 फीट बर्फ जमी है. उन्होंने कहा कि कड़के की ठंड में वन विभाग बराबर गश्त कर रहा है और इस पर पैनी नजर रखी जा रही है. लगभग 87 वर्ग किलोमीटर में फैली यह घाटी रंग बिरंगे फूलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जानी जाती है. दूर-दूर से लोग इस घाटी को देखने के लिए आते हैं. ठंड बढ़ने के साथ ही घाटी के अधिकांश फूल सूखने लगते है, इसलिए सर्दियां आने पर घाटी को बंद कर दिया जाता है.
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