Joshimath News: जब कोई अपनों से दूर होता है तो आंखें छलक पड़ती हैं. एक शिक्षक से इतना लगाव बच्चों को हुआ कि उनका तबादला होने पर वह रोने लगे. दरअसल, यह मामला सीमांत विकासखंड जोशीमठ (Joshimath) के जूनियर हाईस्कूल सलूड़ डुंग्रा विद्यालय का है. जहां पर गणित और विज्ञान के टीचर राजेश थपलियाल को बच्चों के साथ ग्रामीणों ने भी जोरदार विदाई दी. उन्होंने पूरे सम्मान के गाजे के साथ बाजे से विदाई दी और सम्मानित किया.


क्या है पूरा मामला?
बता दें कि साल 2015 में इस विद्यालय में आए शिक्षक राजेश थपलियाल का सात साल बाद पदोन्नति के चलते तबादला हुआ तो छात्र फूट-फूटकर रो पड़े. शिक्षक और बच्चों के इस भावुक विदाई का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया में वायरल हुआ है. वीडियो में शिक्षक छात्र-छात्राओं को भावुक होते हुए समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि जल्दी ही कोई और विज्ञान और गणित का शिक्षक उन्हें पढ़ाने आएगा.


शिक्षक राजेश थपलियाल की नियुक्ति वर्ष 2015 में विज्ञान और गणित के शिक्षक के रूप में जूनियर हाईस्कूल सलूड़ डुंग्रा में हुई. तब इस विद्यालय में कक्षा छह से आठ तक कुल 61 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत थे. यहां पर विज्ञान और गणित का शिक्षक न होने से सरकारी विद्यालय में छात्रों का दाखिला कराने से स्थानीय नागरिक संकोच करते थे.


वर्तमान में विद्यालय में 94 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत
शिक्षक के आने के बाद जब गणित और विज्ञान की पढ़ाई नियमित हुई तो अन्य अभिभावकों ने भी अपने नौनिहालों का दाखिला इस विद्यालय में कराया. वर्तमान में इस विद्यालय में 94 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. उन्होंने बताया कि हाल में ही हुई पदोन्नति के चलते गणित और विज्ञान के शिक्षक राजेश थपलियाल का तबादला हाईस्कूल थेंग में हो गया. नए विद्यालय के लिए रवाना होते समय जब छात्रों को शिक्षक राजेश थपलियाल के जाने का पता चला तो वह विदाई के लिए सड़क पर पहुंच गए. 


इस दौरान शिक्षक और छात्र सभी भावुक हो गए. छात्रों ने काफी दूर तक शिक्षक को विदा किया. हालांकि उनका विधिवत विदाई समारोह 15 सितंबर को किया गया. इससे पहले भी शिक्षक राजेश थपलियाल जहां भी रहे उन्हें स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने हमेशा शानदार विदाई दी है. इससे पहले भल्लागाव में भी इसी तरह उनकी विदाई हुई थी.


क्षेत्रवासियों का कहना है कि शिक्षक राजेश थपलियाल लगन से बच्चों को पढ़ाते थे, जिससे उनमें अटूट रिश्ता बन गया था.कई अभिभावकों ने तो 17 साल से संचालित प्राइवेट विद्यालय से एडमिशन हटाकर इस सरकारी स्कूल में अपने नौनिहालों को दाखिला दिलाया था.लेकिन अब शिक्षक के पदोन्नत होने के चलते विज्ञान और गणित का शिक्षक न होने के चलते नौनिहालों का भविष्य फिर अधर में लटक गया है.उन्होंने तत्काल विद्यालय में शिक्षक की तैनाती की मांग की है.


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