Joshimath News: कोरोना काल के बाद विश्व धरोहर फूलों की घाटी (Valley of Flower National Park) में इस बार रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक पहुंच रहे हैं. जो पर्यटन के लिहाज से खुशखबरी है. अब तक 18 हजार से ज्यादा देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके है. इसी के साथ एक सीजन में फूलों की घाटी मे आने में यह अबतक का सबसे अधिक रिकॉर्ड है. इससे पहले 2019 में 17 हजार से ज्यादा पर्यटक आने का रिकॉर्ड था, जिसमें 196 विदेशी पर्यटक हैं.


अब तक इतने लाख की हो चुकी है आय
बता दें कि वन विभाग को अब तक 27 लाख की आय हो चुकी है. फूल न होने के बावजूद भी रविवार को 123 देशी विदेशी पर्यटकों ने घाटी का दीदार किया और अभी भी यहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. अभी इस सीजन को खत्म होने में लगभग 1 महीने से अधिक समय बचा है. फूलों की घाटी की यात्रा चलने से स्थानीय व्यवसायियों को अच्छी आमद हुई है. कोरोना के बाद इसने संजीवनी का काम किया है. उम्मीद की जा रही है कि इस साल 20 हजार पर्यटकों की संख्या पार पहुंचने की उम्मीद है.


2005 में मिल चुका है विश्व धरोहर का दर्जा 
समुद्रतल से 12 हजार 995 फीट की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी को यूनेस्को ने वर्ष 2005 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया था. 87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली इस घाटी में जहां 500 से अधिक दुर्लभ प्रजाति के फूल खिलते हैं. वहीं दुर्लभ हिमालयी जीव-जंतु, परिंदों और जड़ी-बूटियों का दीदार भी किया जा सकता हैं. यही वजह है कि हर साल यहां हजारों देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. यहां पर कलकल करती पुष्पावती नदी, झरझर झरते झरने, खिले फूल सुंदर वादियां पर्यटको को मन्त्र मुगध करती है. यहां पर 500 से अधिक प्रजाति के प्राकृतिक फूल खिलते है जो दुनिया मे इकलौती जगह है, इसके अलावा दुर्लभतम प्रजाति के वन्य जीव-जंतु पशु पक्षी के साथ जैव विविधता का खजाना है, घाटी की खोज फ्रैंक स्मिथ ने की थी.


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