Joshimath Sinking: 147 इमारत असुरक्षित, 491 कमरों में शिफ्ट होंगे 2205 लोग, पढ़ें आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट
Joshimath News: डीएम चमोली हिमांशु खुराना ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हम लगातार अपने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से बात कर रहे हैं. इस दौरान बात ये निकल कर आ रही है दरारे कम हुई हैं.
Joshimath Sinking Update: जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धसाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ नगर क्षेत्र के 9 वार्ड में 760 भवन प्रभावित हुए हैं. जिसमें से 147 भवन ऐसे हैं जिनको असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है. सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा अब तक 185 परिवारों के 657 व्यक्तियों को विभिन्न ठिकानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है. जिला प्रशासन द्वारा जोशीमठ नगर क्षेत्र के अंतर्गत निवास करने योग्य अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 83 भवनों के 615 कक्षो का चिह्नीकरण कर लिया गया है. जिसमें 2190 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है.
वहीं नगर पालिका क्षेत्र जोशीमठ के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है जिसमे कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा. राहत कार्यो के तहत जिला प्रशासन द्वारा अब तक 210 प्रभावितों को 1 करोड अधिक रुपये की धनराशि विभिन्न आवश्यक कार्यो व फौरी मदद के वितरित की जा चुकी है. प्रभावितों को अब तक 116 खाद्यान किट, 252 कंबल व 722 लीटर दूध का वितरण राहत सामग्री के रूप में किया जा चुका है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है, जिसके तहत राहत शिविरों में रह रहे 261 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है.
डीएम चमोली ने दी ये जानकारी
जिला मजिस्ट्रेट चमोली द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 का प्रयोग करते हुए नगर क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 1, 4, 5 व 7 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश क्षेत्रो को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाने का आदेश जारी किया गया है. डीएम चमोली हिमांशु खुराना ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हम लगातार अपने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से बात कर रहे हैं. इस दौरान बात ये निकल कर आ रही है कि जो दरारे हैं वो कम हुई हैं और पानी भी कम हुआ है. तकरीबन हमने अभी तक 185 परिवार अस्थाई रुप से विस्थापित किए हैं, होटल धर्मशाला जिसमें वो अभी रह रहे हैं. जो भी उनको रिलीफ सपोर्ट चाहिए चाहे वो कुक फूड हो, ड्राय राशन किट हो, कंबल हों और सर्दी को देखते हुए अलाव की व्यवस्था हो, ये सभी व्यवस्थाएं हम अपने नोडल ऑफिसरों के माध्यम से सुनिश्चित कर रहे हैं.