Joshimath Sinking: जोशीमठ मामले को लेकर सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए महत्वपूर्ण जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि 603 परिवारों का चिन्हीकरण किया गया है.  इसके साथ ही अभी तक 4 वार्डों में नोडल अधिकरी बनाए गए हैं और वहीं रुड़की की एक टीम ने सर्वे भी किया है. आवास विकास और शहरी विकास विभाग को प्लान बनाने के लिए कहा गया है और अभी तक 38 परिवारों को किराया दिया जा रहा है. यूपीसीएल को टीम भी जोशीमठ रवाना की गई है और हर रोज मुख्य सचिव द्वारा जोशीमठ की फीडबैक ली जाएगी. 


इसके साथ ही सचिव आपदा प्रबंधन ने कहा कि प्रतिदिन 3 मुख्यसचिव भी इस मामले को लेकर बैठक करेंगे.  विस्थापन का काम तीन फेज में बाटा गया है. वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ मामले को लेकर सीएम कैंप कार्यालय में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों से मुलाकात की. इसके साथ ही इस मामले पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है और 678 मकानों-दुकानों में दरारें आई हैं. लोगों की सुरक्षा प्राथमिकता है और 4 हजार रुपये किराये के लिए और 5 हजार रुपये सामान के लिए प्रावधान किया गया है. वहीं किराये और सामान के लिए पैसे दिए जा रहे हैं. 


पूर्व सीएम हरीश रावत ने किया जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा


वहीं जोशीमठ में आपदा राहत कार्यों को त्वरित गति देने और पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए मंडलायुक्त सुशील कुमार ने 10 अधिकारियों को जोशीमठ में तैनात किया है. इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल रविवार को जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र पहुंचे. जहां उन्होंने प्रभावित लोगों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जोशीमठ के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है और लोगों का जीवन और आजीविका संकट में है. ऐसे वक्त में कांग्रेस प्रभावितों के साथ खड़ी है.


Joshimath Sinking: 'PM ने संज्ञान तब लिया जब सब कुछ टूट गया', जोशीमठ मामले में कांग्रेस का धामी सरकार पर हमला