Joshimath Sinking: उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ में जमीन धंसने और कई स्थानों पर घरों में दरारें पड़ गई हैं. वहां रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीम द्वारा चलाया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन ने भी राहत और बचान कार्य तेज कर दिया है. हालांकि इस दौरान उत्तराखंड कमेटी की रिपोर्ट की मांगों पर गौर करना जरूरी है. हम आपको 10 प्वाइंट में कमेटी की रिपोर्ट बता रहे हैं.


उत्तराखंड कमेटी की रिपोर्ट



  • प्रभावितों को फौरन विस्थापित करें

  • क्षतिग्रस्त मकान गिराएं, मलबा हटाएं

  • कुछ जगह दरारें एक मीटर तक गहरी

  • कुछ जगह जमीन समतल नहीं रही

  • सुनील, मनोहरबाग, सिंहधार ज्यादा प्रभावित

  • रविग्राम, गांधीनगर, NTPC कम प्रभावित

  • खतरनाक रिहायशी इलाकों की पहचान हो

  • अलकनंदा नदी के कटाव का निरीक्षण

  • अगस्त 2022 की रिपोर्ट लागू करना जरूरी

  • पानी बहाव, स्लोप मूवमेंट रियल टाइम जांचें


Joshimath Sinking: जोशीमठ में अब तक क्या हुआ एक्शन, जानिए- आगे प्रशासन ने क्या कर रखी है तैयारी?


क्या बोले चमोली डीएम?
जोशीमठ के मामले पर चमोली की डीएम हिमांशु खुराना ने कहा है, "हमने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं. वहां से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है, ज्यादातर लोगों को निकाल लिया गया है. सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की की टीम यहां आ रही है. उनके दिशानिर्देश पर असुरक्षित घरों को ध्वस्त किया जाएगा."


दूसरी ओर हर रोज की तरह मंगलवार को मुख्य सचिव बैठक करेंगे और रोजाना का फीडबैक लेंगे. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर फैसला संभव है. इसमें चीफ जस्टिस के सामने मामला रखा जाएगा. रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट भी जोशीमठ पहुंचेंगे. वे पहले मंगलवार को सुबह 11 बजे आर्मी ब्रिगेड हेड क्वाटर में अहम बैठक करेंगे. रक्षा राज्यमंत्री जोशीमठ के प्रभावितों से भी मिलेंगे. 


दूसरी ओर नुकसान का पता लगाने के लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है. प्रशासन हर दिन जांच और सर्वे का काम तेज करते जा रहा है. जांच और सर्वे के काम को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हर रोज बैठक हो रही है.