Joshimath Sinking: उत्तराखंड (Uttarakhand) स्थित जोशीमठ (Joshimath), कर्णप्रयाग (Karnaprayag) और पौड़ी गढ़वाल (Pauri Garhwal) के कई मकानों में दरार गई थी. इसके बाद अब यूपी के बागपत (Baghpat) में भी जमीन दरकी है. बागपत के करीब दर्जनभर मकानों में दरारें आई हैं. बागपत एडीएम प्रतिपल सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी है. बागपत एडीएम इस दौरा मौके पर भी पहुंचीं और जायजा लिया.


बागपत की एडीएम प्रतिपल सिंह जिले के करीब दर्जनभर मकानों में दरार आने के बाद मौके पर पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत की. जिसके बाद एडीएम ने पीडब्ल्यूडी और कई अन्य विभागों की टीम मौके पर भेजने के निर्देश दिए. वहीं बागपत नगर पालिका की टीम खुदाई कर दरार के कारणों की जांच में जुटी है. हालांकि पानी का रिसाव होने की वजह से प्रथम दृष्टया मकानों में दरार आने की बात सामने आ रही है. 


Joshimath Sinking: सेलांग गांव की भी हो रही जोशीमठ जैसी स्थिति? ग्रामीणों में दहशत का माहौल 


क्या बोले गढ़वाल आयुक्त?
खास बात ये है कि बागपत स्थित ठाकुरद्वारा यमुना के किनारे बसा हुआ है. जबकि घरों में दरार आने के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं कई परिवार पलायन करने की तैयारी में हैं. दूसरी ओर जिला प्रशासन ने जोशीमठ भूधंसाव से प्रभावित भवन स्वामियों को 1.5 लाख की अंतरिम सहायता धनराशि का वितरण शुरू कर दिया है. गढवाल आयुक्त सुशील कुमार, आईजी करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने प्रभावित लोगों को राहत चैक वितरित किए.


गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने विभिन्न राहत शिविरों का निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से बातचीत की. गढ़वाल आयुक्त ने कहा, "अब तक 185 परिवारों को राहत शिविर भेजा गया है, उनकी हर मदद करने की और स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश की जा रही है. विस्थापन को लेकर लोगों से बात किया जा रहा है. कुछ लोग चाहते हैं कि उन्हें एकमुश्त राशि दी जाए वहीं कुछ चाहते हैं कि उन्हें पूरा मकान बनाकर दिया जाए, इसके लिए लोगों से बात कर सर्वे किया जा रहा है."