Pushkar Singh Dhami: जोशीमठ भू-धंसाव को लेकर उत्तराखंड सहित देश के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. इसी बीच कहा जा रहा है कि जोशीमठ में दरकते हुए मकानों-इमारतों को प्रशासन द्वारा तोड़ा जाएगा, वहीं अब इस मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है. इस मामले पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऐसी बात सामने आ रही है कि सभी इमारतों को तोड़ा जा रहा है, ऐसा नहीं है. केवल 2 होटलों की बात सामने आई थी और उस पर भी सभी की सहमति के बाद ही प्रशासन काम करेगा. वहीं राहत, पुनर्वास और मुआवजे के लिए कमेटी बना दी गई है.
राहत और पुनर्वास हमारी प्राथमिकता- सीएम धामी
सीएम धामी ने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था दोनों का संतुलन बना रहे. तेज गति से हो रहे विकास को थोड़ा कम करेंगे. हम सभी शहरों के धारण क्षमता का आंकलन कराएंगे, अगर उनकी क्षमता से अधिक कहीं विकास हो गया है तो उसको तत्काल रोकेंगे. राहत और पुनर्वास ठीक तरह से हो ये हमारी प्राथमिकता है. हम चाहेंगे की सभी तक जल्द से जल्द अंतरिम राहत पहुंच जाए, उसके लिए काम कर रहे हैं.
हरिद्वार के लोगों ने पीड़ति को भेजी राहत सामग्री
बता दें कि जोशीमठ के बाद अब उत्तराखंड के कई जिलों में भी मकान दरकने की तस्वीरें आ रही हैं. जोशीमठ के बाद कर्णप्रयाग और टिहरी के चंबा में भी कई मकानों में दरार आई हैं. वहीं इस मामले को लेकर धामी सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है और बचाव कार्य भी जारी है. इसके साथ ही जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते प्रभावित परिवारों के लिए हरिद्वार के लोगों ने भी राहत सामग्री भेजी है. हरिद्वार के नायब तहसीलदार रमेश चंद नौटियाल ने कहा कि हमने विभिन्न व्यापारी से सामग्री एकत्रित कर 5 ट्रकों में करीब 2350 कंबल, 900 पैकेट राशन जिसमें 5-5 किलो आटा-चावल, 1 लीटर खाद्य तेल और अन्य सामग्री जोशीमठ भेज रहे हैं. इसके साथ ही मेडिकल सामान के लिए अलग वाहन तैयार किए जा रहे हैं.