नई दिल्ली, एबीपी गंगा। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सोमवार को निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। पार्टी मुख्यालय में ये चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई। इस दौरान पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे। चुनाव प्रक्रिया के लिये निर्वाचन अधिकारी बनाये गये राधामोहन सिंह ने इसकी घोषणा की।


निवर्तमान अध्यक्ष अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस मौके पर नड्डा को बधाई दी। जेपी नड्डा तीन साल तक इस पद पर रहेंगे। इससे पहले उनकी पत्नी मल्लिका नड्डा ने कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। परिवार, बिलासपुर और हमारे हिमाचल प्रदेश राज्य सहित हर कोई आज बहुत खुश है क्योंकि इतने छोटे राज्य के एक व्यक्ति को बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है।


भाजपा नेताओं ने नड्डा की सराहना की
इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जेपी नड्डा की सादगी की प्रशंसा करते हुए विश्वास जताया कि उनके विशाल संगठनात्मक अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा और उनके नेतृत्व में पार्टी अच्छा काम करेगी। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह हमेशा एक प्रेरक कार्यकर्ता रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के नेता ने एक उत्कृष्ट संगठनात्मक नेता के रूप में काम किया, चाहे एबीवीपी हो या भाजपा की युवा इकाई। यही नहीं वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान सफल स्वास्थ्य मंत्री भी रहे। उन्होंने विश्वास जताया कि नड्डा शाह के नेतृत्व में पार्टी को मिली बड़ी सफलताओं को आगे बढ़ायेंगे।


गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि शाह के नेतृत्व में पार्टी संगठन मजबूत स्थिति में है और नड्डा भविष्य में भाजपा के लिए और अधिक सफलता सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे। एक अन्य केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने नड्डा की सादगी के लिए उनकी प्रशंसा की।


जानिये कौन है जेपी नड्डा

जेपी नड्डा मूल रूप से हिमाचली हैं। उनका जन्म 2 दिसंबर, 1960 को बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। पटना में ही स्कूलिंग से लेकर बीए तक की पढ़ाई की। यहीं वह आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े थे। इसके बाद वह अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश लौटे और एलएलबी किया। सियासी सफर की शुरुआत उनकी हिमाचल प्रदेश से ही शुरू हुई। नड्डा की पहचान संगठन के मजबूत कार्यकर्ता के तौर पर जानी जाती है। पहली बार 1993 में चुनाव जीतकर वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा पहुंचे।


जेपी आंदोलन से शुरू हुआ राजनीतिक सफर
जेपी नड्डा 1977 से 1979 तक रांची में रहे। उनके पिता रांची विश्वविद्यालय के कुलपति व पटना विवि के प्रोफेसर रहे। 1975 में जेपी आंदोलन में भाग लेने के बाद जगत प्रकाश नड्डा बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए।


1977 में छात्र संघ का चुनाव लड़ा और सचिव बने थे। पटना से स्नातक के बाद नड्डा ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की। 1983 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में वह विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष चुने गए।