Juhi Chawla ने Rishi Kapoor को याद करते हुए सुनाए एक यादगार किस्सा, मच्छरों ने किया था परेशान
दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर की मृत्यु पर सिनेमा जगत विश्वास नहीं कर पा रहा है। अपने सहकलाकारों के इतने करीब रहे थे कि सभी के दिलों में उनकी तमाम यादें उनके जाने के बाद भी जिंदा हैं।
आने वाले दिनों में वो कई प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू करने वाले थे हालांकि अब फिल्म निर्देशक हनी त्रेहन की फिल्म 'शर्माजी नमकीन' उनकी आखिरी फिल्म होगी। वहीं जूही चावला और अरुणा ईरानी ने ऋषि कपूर से जुड़ी अपनी यादें और किस्से शेयर किए।
हनी त्रेहान
ऋषि कपूर के साथ अपने रिश्ते को लेकर हनी त्रेहान कहते हैं, 'उनका काम करने का तरीका काफी प्रोत्साहित करने वाला था। मुझे याद है कि 'शर्माजी नमकीन' की शूटिंग शुरू होने से पहले उनका उत्साह ठीक वैसा ही था जैसा किसी डेब्यू करने जा रहे कलाकार का होता है। हमारी फिल्म एक 60 साल के व्यक्ति की प्रेम-प्रसंग की एक हल्की-फुल्की कहानी है। फिल्म में ऋषि जी शर्माजी के किरदार में हैं।'
जूही चावला
'बोल राधा बोल' और 'साजन का घर' जैसी फिल्मों में ऋषि कपूर के साथ काम करने वालीं जूही चावला ने ऋषि कपूर के साथ अपनी यादों को साझा करते हुए कहा, 'मैंने चिंटू जी के साथ 'घर घर की कहानी' और 'घर की इज्जत' जैसी फिल्मों में काम किया है। आगे चलकर मैंने उनके साथ 'साजन का घर' जैसी फिल्में भी की। साल 2017 में 'शर्माजी नमकीन' की स्क्रिप्ट हमें मिली। निर्माता उस फिल्म का नरेशन सभी को साथ में देना चाहते थे। चिंटू जी तुरंत उसके लिए तैयार हो गए।' मेरी उनके साथ काफी अच्छी यादें थी। हम साथ में काफी हंसा करते थे मैं उन्हें काफी याद करने वाली हूं।'
अरुणा ईरानी
अरुणा ईरानी ने ऋषि कपूर को उनके करियर की शुरुआत से देखा है। वो ऋषि कपूर के बारे में बताती हैं, 'मैं उन्हें प्यार से चिंटू बाबा कहती थी। 'बॉबी' उनकी पहली फिल्म थी। उनके पिता (राज कपूर) उन्हें डांटा भी करते थे फिर भी उन्हें उस बात का बुरा नहीं लगता था। एक अभिनेता के तौर पर तो वह अच्छे थे ही साथ ही वह बहुत ही अच्छे इंसान भी थे।
इस दौरान का एक किस्सा है। हम किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान किसी दूरस्थ स्थान पर गए थे। वहां मच्छरों की वजह से सोना मुश्किल हो रहा था। आस-पास वहां कोई अच्छा होटल भी नहीं था। हमने चिंटू बाबा को कहा कि ऐसे तो हम सभी मर ही जाएंगे। इस पर उन्होंने भी कहा कि अरुणा जी मैं भी मर गया। मुझे भी नींद नहीं आ रही है। मुझे क्या करना चाहिए? तब मैंने उन्हें कहा कि हम तो कुछ भी नहीं कर सकते हैं लेकिन आप तो हीरो हैं तो आप ही कुछ बोलिए। इसके बाद उन्होंने फिल्म के निर्माता को कहा कि इन हालात में सुबह काम करना मुमकिन नहीं होगा इसलिए लोकेशन बदल दी जाए। उसके बाद जगह बदल दी गई थी।'