गोरखपुर: कौन बनेगा करोड़पति में हॉट सीट पर पहुंचने वाले गोरखपुर के रहने वाले ज्वाला जीत सिंह ने गोरखपुर के लोगों का दिल जीत लिया है. जब मंगलवार की रात उनके शो का प्रसारण हुआ, तो दिवाली की छुट्यियों में परिवार के साथ गोरखपुर आए ज्वाला जीत सिंह के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया. अमिताभ बच्चन के अनुग्रह पर केबीसी की हॉट सीट से पत्नी को आईलवयू कहकर सुर्खियां बिटोरने वाले ज्वाला जीत सिंह आज भी केबीसी की हॉट सीट पर होंगे. वे नासिक में कस्टम विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.
गोरखपुर के बिछिया के सिंहासनपुर के रहने वाले ज्वाला जीत सिंह के पिता सुनील कुमार सिंह 26वीं वाहिनी पीएसी में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात रहे हैं. ज्वाला जीत सिंह की माता इंदू देवी गृहणी हैं. ज्वाला जीत सिंह बताते हैं कि दो बहनों ज्योति सिंह और जागृति सिंह के बीच इकलौते भाई हैं. साल 2011 में उनकी शादी नीलू सिंह से हुई. उनके 10 साल का बेटा आदित्य सिंह कक्षा तीन में पढ़ता है. इसके पहले साल 2009 में उनकी नासिक में कस्टम विभाग में इस्पेक्टर के पद पर पोस्टिंग मिली. ज्वाला जीत सिंह परिवार के साथ इस समय गोरखपुर दिवाली की छुट्टियों में आए हुए हैं. उन्होंने बताया कि मोबाइल पर कम्प्यू्टराइज सवाल-जवाब का कई दौर चला. आखिरकार उनका केबीसी के मंच पर चयन हो गया.
ज्वाला जीत सिंह ने बताया अपना अनुभव
ज्वाला जीत सिंह ने बताया कि मन में एक डर रहता है. किस तरह के सवाल होंगे. इसके साथ ही टिकटिकी भी डराती हैं. वे बताते हैं कि अमिताभ बच्चन के कहने पर ही वे इतने सहज हो पाए कि हॉट सीट से पत्नी नीलू सिंह को आईलवयू कह पाए. उन्होंने बताया कि कल से ही उनके मोबाइल पर इतने मैसेज और बधाईयों के लिए कॉल आ रहे हैं, जैसे दिवाली की बधाई मिल रही है. मंगलवार को प्रसारित हुए शो में ज्वाला सिंह 3.20 लाख रुपये जीत का खेल का तीसरा पड़ाव पार कर गए हैं. बुधवार को शो शुरू होने पर अमिताभ बच्चन उनसे 6.40 लाख का सवाल पूछेंगे.
ज्वाला जीत सिंह की पत्नी नीलू बताती हैं कि केबीसी के मंच तक उनके पति का जाना सपने जैसा है. उन्होंने बताया कि उन्होंने पति के आज तक प्रपोज नहीं करने की बात अमिताभ जी को बताई और बातों ही बातों में अमिताभ जी ने इनसे प्रपोज करा दिया. वो क्षण हमेशा यादगार रहेगा, जब इन्होंने केबीसी की हॉट सीट पर आईलवयू कहा. उसे वे हमेशा अपने पास रखेंगी.
ज्वाला जीत सिंह की कामयाबी पर खुश है परिवार
मूल रूप से लार, देवरिया के रहने वाले ज्वाला जीत सिंह के पिता सुनील कुमार सिंह उनकी इस उपलब्धि पर काफी खुश हैं. वे बताते हैं कि प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक उनकी पढ़ाई यहीं पर पूरी हुई है. उन्होंने बताया कि उन्हें केबीसी के मंच पर देखकर काफी खुशी हुई. वे बताते हैं कि ज्वाला जीत सिंह शुरु से ही मेधावी रहे हैं. वे हमेशा कहते रहे हैं कि कुछ अलग करना है. आखिरकार आज केबीसी के मंच पर आकर उन्होंने देश और दुनिया के सामने नाम कमा लिया है. उन्होंने कहा कि सदी के महानायक के सामने हॉट सीट पर बैठना ही बड़ी बात है. उन्हें ये उपलब्धि मिली और गोरखपुर का नाम उन्होंने ऊंचा किया इससे बड़ी बात क्या हो सकती है.