UP News: उत्तर प्रदेश के पति-पत्नी और वो का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य और पति आलोक मौर्य एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा थामे हुए हैं. चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी आलोक मौर्य ने एसडीएम पत्नी पर गाजियाबाद के कमांडेंट से अफेयर का आरोप लगाया है. पत्नी ने भी आलोक मौर्य के खिलाफ दहेज उत्पीड़न समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कराया है. प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस ने पति पर लगे दहेज उत्पीड़न केस की जांच तेज कर दी है. दोनों तरफ से आए दिन आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं.
पति-पत्नी और वो का विवाद सुर्खियों में छाया
पति का आरोप है कि पत्नी को अधिकारी बनाने में आर्थिक रूप से मदद की. लेकिन अधिकारी बनने के बाद पत्नी ने छोड़ दिया. पत्नी का कहना है कि आलोक मौर्य ने शादी झूठ बोलकर की थी. ज्योति मौर्य का कहना है कि पति के सफाई कर्मचारी होने से दिक्कत नहीं है. दोनों में जारी पारिवारिक कलह के बीच अब सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाले कोचिंग संचालक भी सामने आ गए हैं. उन्होंने आलोक मौर्य को मुफ्त में कोचिंग देने की पेशकश की है.
कोचिंग संचालकों का आलोक मौर्य को ऑफर
पंचायती राज विभाग में बतौर सफाई कर्मचारी पद पर तैनात आलोक मौर्य ने कोचिंग संचालकों की तरफ से फोन आने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि सिविल सर्विसेज की मुफ्त तैयारी कराने की पेशकश की गई है. बता दें कि शादी से पहले आलोक मौर्य प्रयागराज में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे थे. प्रतापगढ़ में सरकारी नौकरी लगने के बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी को छोड़ दिया. ज्योति मौर्य से शादी होने के बाद दोनों का दांपत्य जीवन ठीक चल रहा था. आलोक मौर्य पत्नी का सिविल सर्विसेज के प्रति अधिक रुझान देखकर तैयारी करने की छूट दे दी. अब दो बच्चियों के माता-पिता का मामला कोर्ट की दहलीज तक पहुंच गया है.