नई दिल्ली, एबीपी गंगा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। लगातार चल रही सियासी अटकलों के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में कहा कि वह 18 वर्षों से कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य रहे हैं, लेकिन अब राह अलग करने का वक्त आ गया है।


दिलचस्प बात यह है कि यह पत्र कल यानी 9 मार्च का ही है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफ सौंपा है। अब उनका बीजेपी में जाने की बस औपचारिकता भर बाकी है। बहरहाल, जवाब में कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य को पार्टी से बेदखल कर दिया है।



ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोनिया को सबकुछ जानते हुए कुछ नहीं करने आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, 'मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है।' आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं।





सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इतना ही नहीं, जिस सम्मान के लिए सिंधिया कांग्रेस में लड़ रहे थे, वो सम्मान उन्हें बीजेपी में दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और इस तरह उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है।


मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरना तय है। सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 14 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इन 14 विधायकों ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल को अपना इस्तीफे भेज दिया है। इस्तीफों के साथ ही कमलनाथ सरकार के जाने की पटकथा फाइनल हो गई है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मध्यप्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।