यूपी में BJP के एक फैसले ने थाम दी सपा और बसपा की सांस! अखिलेश और मायावती दोनों चुप
BJP ने यूपी की एक लोकसभा सीट पर अभी पर कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है. इससे सपा और बसपा की सांसें भी फूल रहीं हैं.
उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट पर अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. कैसरगंज सीट इस समय देश की सबसे ज्यादा चर्चित हो गई है. जहां जीतने का दावा तो सभी कर रहे हैं लेकिन अभी तक किसी ने पत्ते नहीं खोले हैं. कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पर 3 मई को नामांकन का आखिरी दिन है. वहीं 20 मई को मतदान होगा. अभी तक तीनों दलों की ओर से प्रत्याशियों का ऐलान न करने से निर्वाचन क्षेत्र की सियासत गर्मा गई है.
कई मीडिया रिपोर्टस में दावा किया जा रहा था कि 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होने के बाद बीजेपी अपने प्रत्याशी का ऐलान कर देगी लेकिन अब जबकि नामांकन में 72 घंटे से भी कम वक्त बचा है. तीनों दलों की ओर से कैंडिडेट को लेकर उहापोह के बीच कुछ लोगों ने कथित तौर पर पर्चे भी खरीद लिए हैं लेकिन वह भी आधिकारिक ऐलान का इंतजार कर रहे हैं. हिन्दी अखबार अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार कैसरगंज के तीन स्थानीय नेताओं और एक बाहरी नेता ने पर्चा खरीद लिया है.
प्रचार के लिए सिर्फ 15 दिन?
राजनीतिक जानकारों की मानें तो सपा और बसपा अभी बीजेपी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. प्रत्याशियों के ऐलान में हो रही देरी से यह सवाल भी उठ रहे हैं कि 3 मई को नामांकन के बाद कैंडिडेट्स के पास प्रचार के लिए सिर्फ 15 दिन बचेंगे. नेता और संभावित प्रत्याशी इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि वह इतने कम समय में प्रचार के जरिए पूरे क्षेत्र को कैसे कवर करेंगे.
अभी तक सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा चीफ मायावती ने भी इस पूरे मामले पर कोई एक्शन नहीं लिया है. सभी एक ओर जहां बीजेपी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं वहीं एहतियात इस बात का भी बरता जा रहा है कि कहीं नामांकन का वक्त न छूट जाए.