Lok Sabha Election 2024: सपा से टिकट के बाद काजल निषाद बोलीं- 'रवि किशन का जनता तोड़ देगी घमंड, मुंबई वापस जाएंगे'
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए सपा ने कुछ सीटों में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं. वहीं गोरखपुर सीट से एक बार फिर सपा ने अभिनेत्री काजल निषाद पर भरोसा जताया है.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव होने में कुछ महीने बचे है और चुनाव को लेकर सभी पार्टियां तैयारी शुरु कर दी है. वही कुछ पार्टियों ने तो अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी हैं. सपा ने टीवी अभिनेत्री काजल निषाद पर तीसरी बार विश्वास जताया है. सपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में गोरखपुर सदर सीट से उन्हें टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है. टिकट मिलने की घोषणा के बाद से ही काजल भाजपा पर हमलावर हो गई है. वे इस बार के चुनाव को अभिनेता वर्सेस अभिनेत्री का चुनाव नहीं बल्कि जनता का चुनाव मानती हैं.
टीवी अभिनेत्री से नेत्री बनी काजल निषाद ने बातचीत में भाजपा को खूब खरी-खोटी सुनाई. साल 2012 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा सीट पर पहली बार चुनाव लड़ा. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद वे साल 2017 में सपा के टिकट पर कैम्पियरगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ीं, लेकिन यहां भी वे हार गईं.
इसके बाद साल 2022 में वे गोरखपुर नगर निकाय चुनाव में सपा के टिकट पर एक बार फिर महापौर के पद पर चुनाव लड़ने के लिए मैदान में कूद पड़ीं. लेकिन तीसरी बार भी उन्हें सफलता नहीं मिली. भाजपा प्रत्याशी डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव के हाथों उन्हें एक लाख से अधिक वोटों से करारी हार का सामना करना पड़ा.
'जनता तोड देगी घमंड, जाएंगे मुंबई वापस'
इस बार काजल गोरखपुर सदर लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. काजल के पैर में फैक्चर है. इसके बावजूद वे लोगों से मिलने के लिए निकल रही हैं. अभिनेता वर्सेज अभिनेत्री के चुनाव होने पर वे कहती हैं कि ये चुनाव जनता का है. काजल कहती है कि नीतीश जी को लोग पलटू राम कह रहे हैं. भाजपा में भी सभी पलटू राम हैं.
रवि किशन के ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे मुंबई वापस जाएं. रवि किशन का घमंड जनता उतार देगी. वे चुनाव जीतती हैं, तो गोरखनाथ मंदिर जाएंगी कि अयोध्या दर्शन करने जाएंगी, इसके जवाब में वे कहती हैं कि वे अपनी मर्जी से जहां उनके भगवान जहां बुलाएंगे, वे वहां पर जाएंगी. उन्होंने कहा कि सदियों से कण-कण में राम हैं. ऐसे में ये कहना कि राम आ गए हैं, तो कहां से आ गए हैं. राम कहां गए थे. 24 के बाद चले जाएंगे क्या, वे भी सुबह उठकर राम को भजती हैं. राम के मंत्र पढ़ती हैं. राम को कोई क्यों नहीं मानेगा. लेकिन सिर्फ वे लोग राम-राम करेगा, तो काम की बात कौन करेगा. नौकरी और रोजगार की बात कौन करेगा.
अखिलेश यादव का जताया आभार
काजल निषाद ने कहा कि वे अखिलेश यादव का धन्यवाद देती हैं. वे पीडीए की लड़ाई लड़ रहे हैं. पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक की वे लड़ाई लड़ रहे हैं. वे सभी को बराबर टिकट देते हैं. ये सही साबित होता है. वे कहती हैं कि अभिनेता वर्सेज अभिनेत्री की ये लड़ाई नहीं है. चार से पांच साल पहले वे अभिनय छोड़ चुकी हैं. वे समाजसेवी हैं. गोरखपुर उनका घर है. उनका ससुराल है. जैसा कहा जाता है कि बेटी की डोली मायके और अर्थी ससुराल से उठती है. तो ये उनका ससुराल है. वे पूरी उम्र यहीं रहने वाली हैं. वे महापौर का चुनाव भी लड़ी हैं. लोगों ने देखा है कि किस तरह से उनके साथ धांधली हुई है. लाइट बंद करके किस तरह से भाजपा प्रत्याशी को एक लाख वोटों की बढ़ोतरी भाजपा प्रत्याशी की कर दी गई. ये धांधली का जवाब जनता देगी.
'काजल का नहीं जनता का चुनाव'
जनता को समझ में आ गया हैं कि बीजेपी के लोग काम तो करते नहीं हैं. जिस तरह से लोगों के घरों पर चौड़ीकरण के नाम पर बुलडोजर चल रहा है. उन्हें उचित मुआवजा भी नहीं मिल रहा है. किसानों के खेत में सांड घुस जा रहे हैं. नालियां भरी पड़ी हैं. ये सब कुछ दिखाने का काम करेंगी. वे जनता से पूछती हैं, कितना विकास हुआ है. भाजपा राज में कागजों और मंच पर विकास हुआ है. लेकिन हकीकत में जमीन पर विकास नहीं हुआ है. हर वर्ग परेशान है. बेरोजगार खासकर परेशान हैं. मोदीजी ने एक साल में दो करोड़ रोजगार देने की बात कही थी. लेकिन रोजगार कहां है. ये काजल निषाद का नहीं जनता का चुनाव है. जनता ही भाजपा को जवाब देगी.
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