Kalyan Singh: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम कल्याण सिंह (Kalyan Singh) की अस्थियों का विसर्जन आज प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम (Sangam) में किया गया. इस मौके पर उनके परिवार वालों और बीजेपी (BJP) नेताओं के साथ ही बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मौजूद रहे. सभी ने नम आंखों के बीच बाबूजी के नाम से मशहूर कल्याण सिंह को अंतिम विदाई दी. अस्थियों का कलश कल्याण सिंह के बेटे और एटा के सांसद राजवीर सिंह परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ लेकर प्रयागराज पहुंचे थे.
प्रयागराज में संगम तट पर अस्थियों के विसर्जन से पहले संगम तट पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस श्रद्धांजलि सभा में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर केशरी नाथ त्रिपाठी और सांसद केसरी देवी पटेल के साथ ही कई वर्तमान व पूर्व विधायक, पार्टी के पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे. इन सभी लोगों ने कल्याण सिंह के अस्थि कलश पर फूल चढ़ाकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी.
केशव प्रसाद मौर्य विशेष विमान से प्रयागराज आए
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व गवर्नर केशरी नाथ त्रिपाठी समेत तमाम नेताओं ने कल्याण सिंह के जीवन और उनके व्यक्तित्व पर अपने विचार रखे. उनके साथ बिताए गए लम्हों की याद ताजा की. कल्याण सिंह के साथ के अपने अनुभवों को साझा करते हुए कुछ एक लोगों की आंखें भी नम हो गई. इस दौरान पूरा माहौल गमगीन रहा. श्रद्धांजलि सभा से लेकर स्ट्रीमर में सवार होने तक और संगम पर अस्थि विसर्जन के दौरान भी लगातार कल्याण सिंह के अमर होने के नारे लगते रहे. अस्थि विसर्जन के समय भी संगम पर परिवार वालों के साथ ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी खास तौर पर मौजूद रहे. विसर्जन की सारी रस्में स्वर्गीय कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह व परिवार के दूसरे लोगों ने अदा की, जबकि पार्टी पदाधिकारी इस दौरान परिवार वालों को सांत्वना देते रहे.
श्रद्धांजलि सभा में सभी ने कल्याण सिंह को मंदिर आंदोलन का नायक बताया तो साथ ही नकल पर अंकुश लगाने समेत उनके द्वारा उठाए गए कई कड़े कदमों की भी लोगों ने जमकर तारीफ की. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अस्थि विसर्जन में शामिल होने के लिए विशेष विमान से खास तौर पर प्रयागराज आए थे. कल्याण सिंह की अस्थियों को गेस्ट हाउस से संगम तक विशेष वाहन पर रखकर लाया गया था. रास्ते में कई जगहों पर लोगों ने फूलों की बारिश कर अपने जमाने के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह को याद किया और नम आंखों के बीच उन्हें अंतिम विदाई दी.
यह भी पढ़ें.
जानिए- कौन हैं भीम राजभर? मुख्तार अंसारी का टिकट काट कर मायावती ने मऊ से बनाया है उम्मीदवार