लखनऊ. पहले कमला रानी वरुण और अब चेतन चौहान. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस कितना खतरनाक हो चुका है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस महामारी ने 15 दिन में योगी सरकार के दो मंत्रियों की जान ले ली. रविवार को जैसे ही कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के निधन की खबर आई तो प्रदेश सरकार में हड़कंप मच गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर देर शाम फौरन एक बैठक बुलाई और स्थिति समझी.
बतादें कि 12 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उन्हें लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में दाखिल करवाया गया था. 73 वर्षीय चेतन चौहान ने रविवार को अंतिम सांस ली. उनके छोटे भाई ने बताया कि कोरोना से वे पूरी तरह ठीक नहीं हो पाए थे. उनका एक गुर्दा प्रभावित हो गया था. जिसके बाद ऑर्गन फेल्योर के चलते उनकी मृत्यु हुई. चेतन चौहान उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री थे और अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा के विधायक थे.
2 अगस्त को हुआ था कमला रानी वरुण का निधन
चेतन चौहान से पहले योगी सरकार की एक और मंत्री कमला रानी वरुण का कोरोना के कारण दो अगस्त को निधन हो गया था. कमला रानी का लखनऊ स्थित एसपीजीआई में इलाज चल रहा था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. कमला रानी यूपी की प्राविधिक शिक्षा मंत्री थीं. कमला रानी को 2017 में घाटमपुर सीट से विधायक चुना गया था. वह 18 जुलाई को कोरोना संक्रमित हो गई थीं जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा गया.
24 घंटे में सामने आए 4454 नए केस
यूपी में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 58 और लोगों की मौत हो गई. इस दौरान कोरोना के 4454 नए मामले सामने आए हैं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना से 58 और लोगों की मौत के साथ राज्य में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2449 हो गई है.
लखनऊ में सबसे ज्यादा मामले
सबसे ज्यादा 814 मामले लखनऊ में सामने आए हैं. इसके अलावा कानपुर नगर में 397 गोरखपुर में 385, वाराणसी में 215 नए मामले सामने आए हैं. इस समय प्रदेश में उपचाराधीन मामलों की कुल संख्या 51,537 है. अब तक 100432 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं.
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