Cleanliness Campaign: 170 घंटे लगातार सफाई करके रिकॉर्ड बनाने के अभियान को जनता ने दिखाया आईना, जानें- क्या हुआ
Kampur News: कानपुर (Kanpur) में कागजों में स्वच्छता का रिकॉर्ड तो बना लिया गया लेकिन शहर की सुअर वाली गली के लोगों ने नगर निगम (Municipal Corporation) के इस कागजी रिकॉर्ड की पोल खोलकर रख दी.
Kanpur Cleanliness Campaign Reality: कानपुर नगर निगम (Kanpur Municipal Corporation) ने 25 सिंतबर से सफाई के महा अभियान की शुरुआत की थी. आजादी के अमृत महोत्सव ( Amrit Mahotsav) के मौके पर कानपुर (Kanpur) की महापौर प्रमिला पांडे (Pramila Pandey) और नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन सड़क पर उतरे थे. हाथों में झाड़ू थामकर लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने का काम किया गया था. इसका मकसद ये था कि शहर के सभी वार्डों में साफ सफाई करते हुए शहर को स्वच्छ बनाया जाए और 170 घंटे तक लगातार सफाई अभियान (Cleanliness Drive) चलाकर नया रिकॉर्ड भी दर्ज कराया जाए. आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती (Mahatma Gandhi Jayanti) के मौके पर कागजों में स्वच्छता का रिकॉर्ड तो बना लिया गया लेकिन शहर की सुअर वाली गली के लोगों ने नगर निगम के इस कागजी रिकॉर्ड की पोल खोलकर रख दी.
लोगों ने की नारेबाजी
कानपुर की सूअर वाली गली में रहने वाले लोगों ने हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की. वैसे तो इस गली के एक छात्र ने टॉप पोजीशन पाकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम गौरव पथ का सम्मान, यहां रहने वाले लोगों को दिलवाया था. लेकिन, अब इस गली के लोग इस गौरव पथ की तरफ आना-जाना नहीं चाहते हैं. वजह है यहां सुअरों के चलते होने वाली गंदगी.
ढाक के तीन पात जैसा रहा नतीजा
स्थानीय लोगों की मानें तो ऐसा नहीं है कि सुअरों से होने वाली गंदगी से निजात पाने के लिए उन्होंने नगर निगम, नगर आयुक्त और मेयर से मिन्नतें ना की हों. लेकिन, कोरा आश्वासन देकर नतीजा ढाक के तीन पात जैसा रहा. सुअरों और उनसे होने वाली गंदगी के चलते इस गली से 2 लोग अपना घर बेचकर कहीं और चले गए. जो लोग अब यहां रह रहे हैं उनका कहना है कि इस गली में ना तो उनका कोई रिश्तेदार आना चाहता है और ना ही सामान मंगाने पर कोई डिलीवरी ब्वॉय. इसलिए नगर निगम के सफाई महा अभियान को ये लोग छलावा बताते हैं.
सफाई अभियान की विधिवत शुरुआत करके दिया संदेश
महापौर प्रमिला पांडे और नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने अपने हाथों में झाड़ू थामकर और परमट मंदिर के पास सफाई अभियान की विधिवत शुरुआत करके ये संदेश दिया था कि शहर को साफ सुथरा बनाते हुए 170 घंटे का महा अभियान रिकॉर्ड बुक में दर्ज कराया जाएगा. लेकिन, महात्मा गांधी की 152वीं जयंती पर अमृत महोत्सव के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम पर सुअर वाली गली के लोगों की परेशानी भारी पड़ी.
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