बर्ड फ्लू को लेकर यूपी में हाई अलर्ट, कन्नौज जिले का पशुपालन विभाग भी हुआ सतर्क
बर्ड फ्लू को लेकर कन्नौज जिले का पशुपालन विभाग भी सतर्क हो गया है. पोल्ट्री फार्मों में बीमार मुर्गियों की सैंपलिंग कर पालकों को जागरुक किया जा रहा है.
कन्नौज: बर्ड फ्लू को लेकर यूपी में हाई अलर्ट जारी होने के बाद कन्नौज जिले का पशुपालन विभाग भी सतर्क हो गया है. जिले के इंदरगढ़ इलाके स्थित लाख बहोसी पक्षी विहार में बड़ी संख्या में आने वाले विदेशी पक्षियों के साथ साथ मुर्गी पालन केंद्रों पर भी नजर रखी जा रही है. लाख बहोशी पक्षी बिहार में आने वाले विदेशी पक्षियों की बीट सैंपलिंग के लिए भेजी जा रही है. साथ ही पोल्ट्री फार्मों में बीमार मुर्गियों की सैंपलिंग कर पालकों को जागरुक किया जा रहा है. इसके अलावा 8 ब्लॉक में रैपिड रिस्पांस टीमों को निगरानी के लिए लगाया गया है.
पूरी है तैयारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर पशुपालन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिले के 8 ब्लॉक में रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है. प्रत्येक रिस्पांस टीम में एक उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और दो पशु चिकित्सकों को रखा गया है. टीमें पोल्ट्री फार्म में बीमार मुर्गियों और चूजों पर नजर रखेंगी, साथ ही उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा. इंदरगढ़ के लाख बहोशी पक्षी विहार में आने वाले विदेशी पक्षियों की बीट को सैंपलिंग के लिए भेजने के निर्देश डॉक्टरों के दे दिए गए है. साथ ही टीम को प्रवासी पक्षियों की निगरानी के लिए लगाया है. उन्होंने बताया कि अभी जिले में बर्ड फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है.
पक्षियों का रंग बदलने लगता है डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू की चपेट में आने से पक्षियों की मौत होने लगती है. साथ ही पक्षियों का रंग बदलने लगता है. पक्षियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. सांस लेने में दिक्कत के साथ-साथ नाक से झाग निकलने लगता है. पक्षियों के जरिए ये बीमारी मनुष्यों में भी पहुंच जाती है. इसमें पीड़ित को तेज बुखार और सांस लेने की समस्या उत्पन्न हो जाती है.
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