कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के उमर्दा इलाके में स्थित भारत इजरायल कृषि परियोजना के अंतर्गत सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल सेंटर का निर्माण किया गया है. ये सेंटर किसानों की आय दोगुनी हो इसे लेकर एक मील का पत्थर साबित हो रहा है. सेंटर में आधुनिक तरीकों से सब्जी और फलों की पौध तैयार की जा रही है.
जैविक खाद का होता है प्रयोग
सेंटर की खास बात ये है कि यहां पौध निर्माण में यूरिया खाद की जगह जैविक खाद का प्रयोग किया जा रहा, जिससे उत्पादन के साथ-साथ शुद्ध पौष्टिक सब्जियों और फलों की पैदावार हो रही है. सेंटर से कई जिलों के किसान अच्छा लाभ कमा रहे है. सेंटर किसानों की आय को बढ़ाने के साथ ही गरीब किसान महिलाओं को रोजगार देने का भी काम कर रहा है.
किसानों को पौध उपलब्ध कराई जाती है
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल सेंटर के प्रभारी प्रवीन कुमार ने बताया कि सेंटर में किसानों को उत्कृष्ट और रोग रहित सब्जी और फलों की पौध उपलब्ध कराई जाती है. सेंटर में किसान अपना बीज देते हैं तो उससे एक रुपए पौध चार्ज किया जाता है. अगर सेंटर अपने बीज से उत्पन्न पौध देता है तो वो 2 रुपए पौध चार्ज होता है.
एक महीने में होने लगता है उत्पादन
प्रवीन कुमार ने बताया कि किसान अपने खेत में बीज डालता है तो मात्र 40 से 50 प्रतिशत तक ही बीज से पौध बनता था, लेकिन सेंटर में 95 प्रतिशत बीज से पौध तैयार हो जाती हैं. इस बीच बारिश या ओलावृष्टि हो जाए तो उससे भी किसान को नुक्सान होता है और फसल भी लेट बाजारों में पहुंचती है. लेकिन, यहां पौध तैयार होने के बाद जब किसान इसे अपने खेतों में लगाता है तो एक महीने में उत्पादन लेने लगता है. फसल बाजार में समय से पहुंचती है तो अच्छे दाम भी मिलते हैं. उन्होंने बताया की सेंटर में यूरिया खाद का प्रयोग नहीं होता है, जैविक खाद का प्रयोग होता है.
बढ़ गई है आय
पौध लेने आए किसानों ने बताया कि जब से उन्होंने सेंटर से पौध लेना शुरू किया है उनकी आय में दोगुना से ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि यहां रोग रहित पौध मिलती है और खेतो में जल्दी तैयार होकर सब्जी-फलों का उत्पादन देने लगती है. इन पौध से तैयारी सब्जी और फल खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं. समय से बाजार में फसल पहुंचने से अच्छा पैसा मिलता है. कुछ किसानों ने बताया की उनको सेंटर से पौध ले जाने वाले किसानों से इसकी जानकारी मिली. उन्होंने देखा किसानों को लाभ हो रहा है तो उन्होंने भी सेंटर से पौध खरीदी.
मिला रोजगार
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस वेजिटेबल सेंटर से किसानों को फायदा हो रहा है. साथ ही गरीब परिवार की उन महिलाओं और पुरुषों को भी फायदा हो रहा है जो बेरोजगार थे. उनको यहां रोजगार मिल रहा है. सेंटर में काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि घर का खर्च नहीं चलता था, लेकिन यहां महीने में 5000 रुपए मिल जाते हैं, उससे उनका अच्छा गुजारा हो रहा है.
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