कन्नौज: एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये हुए है तो वही दूसरी तरफ विभागों में बैठे अधिकारी व कर्मचारी ही सरकार की नीतियों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. ताजा मामला कन्नौज जिले की तिर्वा नगर पंचायत का है, यहां खैरनगर रोड पर 1 करोड़ 64 लाख रूपए की लागत से निर्माणाधीन कान्हा गौशाला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती हुई नजर आ रही है.
नगर पंचायत ने गौशाला निर्माण के लिए मांगी दूसरी किस्त
जानकारी के मुताबिक कान्हा गौशाला की आधी किस्त यानि 82 लाख रुपये सरकार की तरफ से गौशाला निर्माण के लिए भेजे जा चुके हैं. यह धनराशि तिर्वा नगर पंचायत के चेयरमैन व अधिकारियों द्वारा खर्च भी की जा रही है, लेकिन निर्माण के नाम पर सिर्फ गौशाला की बाउंडरी और तीन कमरे ही बनाये गए हैं और पैसा न होने के अभाव में गौशाला निर्माण का कार्य रोक दिया गया है. अब नगर पंचायत द्वारा गौशाला निर्माण के लिए दूसरी क़िस्त मांगी गयी है.
डीएम जांच कराने की कर रहे बात
वहीं लगभग 82 लाख रूपए से हुए निर्माण को लेकर जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा को भी भ्रष्टाचार होने का अंदेशा लग रहा है. वह गौशाला निर्माण में अब तक खर्च हुए पैसे की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी व अधिशाषी अभियंता पीडब्लूडी की टीम बनाकर जांच कराने की बात कह रहे हैं. डीएम का कहना है कि, “कान्हा गौशाला निर्माण में अब तक जितना पैसा दिया गया है उसके हिसाब से निर्माण हुआ है या नहीं, उसकी गुणवत्ता कैसी है ? इसकी जांच की जाएगी. अगर जाँच रिपोर्ट में मामला सही पाया जाता है तो संबंधितो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
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